कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर में छाए आर्थिक मंदी के बादल और कमजोर व्यापार की वजह से लगातार सोने के दाम में बदलाव हो रहा है, पिछले एक महीनें लगभग पांच हजार रुपये तक सोने के दाम कमजोर हो चुके हैं, इतना ही नहीं सोने के दाम में गिरावट की एक बड़ी वजह कमजोर मांग भी है, सोने के गिरते दाम की वजह से लोग अभी सोने में निवेश नहीं कर रहे हैं, निवेशकों को सोने के दाम में और गिरावट आने कि उम्मीद है इसलिए लोग अभी निवेश और खरीदारी दोनों से ही बच रहे हैं।

त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है,अक्टूबर से लेकर नवंबर में त्यौहारों की भरमार रहेगी और ऐसे में सोने की मांग भी बढ़ेगी और इसका साफतौर पर असर दाम पर देखने को मिलेगा, इसलिए बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले कुछ हफ्तों में सोने के दाम में तेजी देखी जा सकती है इसलिए अभी सोने में निवेश करने का एक अच्छा मौका है।

बता दें कि अगस्त के पहले सप्ताह में सोने के दाम 56 हजार रुपये प्रति दस ग्राम को भी पार कर गया था जो कि यह अब तक का सर्वोच्च प्राइस था लेकिन अगस्त के तीसरे सप्ताह से शुरू हुई गिरावट अभी भी जारी है।

वैश्विक बाजार में तेजी के रुख के अनुरूप एक दिन पहले स्थानीय सर्राफा बाजार में बृहस्पतिवार को सोना 37 रुपये की मामूली बढ़त के साथ 51,389 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ।

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