महुआ का वृक्ष उत्तर भारत में पाया जाता है। स्थानीय लोग महुए का इस्तेमाल अलग-अलग तरीके से करते हैं। कुछ लोग महुआ के फूलों को सुखाकर चपाती या हलवे में भी इस्‍तेमाल करके खाते हैं। इसके अलावा महुअे के फूलों को जानवरों के लिए पोषक आहार माना जाता है। महुआ का वैज्ञानिक नाम मधुका लांगिफोलिया है। महुआ में कई औषधीय गुण मौजूद हैं। महुआ के फूलों में प्रोटीन, शुगर, कैल्शियम, फास्‍फोरस और वसा की मात्रा मौजूद होती है। कुछ लोग महुआ से शराब भी बनाते हैं। इसके अलावा महुआ का इस्‍तेमाल चिकित्‍सा, साबुन, डिटर्जेंट और त्‍वचा की देखभाल आदि के लिए भी किया जाता है।

1- डायबिटीज के लिए

जिन लोगों को डायबिटीज यानि शुगर की बीमारी है, उनके लिए महुआ एक औषधी के समान है। डायबिटीज के रोगियों के लिए महुआ की छाल से बना काढ़ा लाभदायक होता है। इसके औषधीय गुण शरीर में ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में मदद करते हैं।

2- गठिया रोग का इलाज

महुआ की छाल टॉन्सिलिटिस, डायबिटीज, अल्‍सर और गठिया के लिए इस्‍तेमाल की जाती है। इसके लिए आप महुआ की छाल का काढ़ा बनाकर नियमित सेवन करें, इससे आपको फायदा मिलेगा। इसके अलावा आप गठिया के दर्द और सूजन को कम करने के लिए महुआ की छाल को पीसकर, गर्म करके इसका लेप लगाएं।

3- दांतों के दर्द से छुटकारा

दांतों से संबंधित समस्‍याओं में आप महुआ का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। महुआ की टहनी और छाल दांतों के दर्द में फायदेमंद है। यदि आपके दांतों में दर्द और मसूड़ो से खून निकल रहा हो, तो आप महुआ की छाल से निकलने वाले रस के साथ थोड़ा पानी मिलाएं और इस पानी से गरारे करें। इसके अलावा आप इसकी टहनी से मंजन भी कर सकते हैं। इससे मुंह के बैक्‍टीरिया नष्‍ट हो जाते हैं और दांतों के दर्द में राहत मिलती है।

4- बवासीर व आंखों संबंधी बीमारी के लिए

महुआ के फूल बवासीर में भी फायदेमंद हैं। महुआ के फूलों को घी में भूनें और रोगी को इसे नियमित रूप से खिलाएं। महुआ के फूलों का शहद आंखों में लगाने से आपकी आंखों की सफाई होती है और महुआ के सेवन से आंखों की रोशनी तेज होती है। इसके अलावा आंखों से पानी आने व आंखों में खुजली होने पर इलाज के तौर पर भी इससे बना शहद गुणकारी होता है।

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