चाणक्य नीति: ये 6 बातें हर इंसान को होनी चाहिए मालुम
चाणक्य एक विद्वान व्यक्ति और बड़े नीतिकार थे। उनकी नीतियों को लोग आज भी मानते हैं और उनका अनुसरण भी करते हैं। चाणक्य ने जीवन के अलग अलग उद्देश्यों के बारे में अपने अलग अलग विचार रखे हैं। आज हम आपको ऐसी 6 बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि हर मनुष्य को पता होनी चाहिए। आइये जानते हैं इन बातों के बारे में।
चाणक्य के अनुसार किसी व्यक्ति को उस दौलत की कामना नहीं करनी चाहिए, जिसके लिए कठोर यातनाएं सहनी पड़े, सदाचार का त्याग करना पड़े या अपने शत्रु की चापलूसी करनी पड़े।
चाणक्य कहते हैं कि काटों और दुश्मनों से बचने के 2 उपाय हैं। पहला पैरों में जूते पहनों और दूसरा उन्हें इतना शर्मसार कर दो कि वो होना सिर ना उठा सके और आपसे दूर रहें।
चाणक्य ने कहा है कि जो अस्वच्छ कपड़े पहनता है, जो अपने दांत साफ़ नहीं करता है, जो बहुत कुछ खाता है, जो कठोर शब्द बोलता है और जो सूर्यास्त के बाद उठता है। उसका कितना भी बड़ा व्यक्तित्व क्यों ना हो वो लक्ष्मी की कृपा से वंचित रह जाएगा।
यदि किसी व्यक्ति को चारों वेदों और सभी धर्म शास्त्रों का ज्ञान है लेकिन यदि उसे अपनी आत्मा की अनुभूति नहीं हुई है तो वो उस चमचे के समान है जिसने बहुत से पकवानों को हिलाया तो है लेकिन किसी का स्वाद नहीं चखा है।
जो बीत गया वो बीत गया। यदि आपसे कोई गलत काम भी हुआ है तो उसे भूल कर वर्तमान को ठीक से जी कर भविष्य को सवारना चाहिए।
चाणक्य कहते हैं कि यदि कोई सांप जहरीला नहीं है तो भी उसे फुंकारना नहीं छोड़ना चाहिए। ठीक उसी तरह से कमजोर व्यक्ति को हमेशा अपनी कमजोरी का प्रदर्शन नहीं करना चाहिए।