कुट्टू- कुट्टू का आटा ज्यादातर उपवास में खाया जाता है। यह आटा कुट्टू गिरी से बनाया जाता है जो लस मुक्त होता है। इससे शरीर में गर्मी पैदा होती है। इस आटे में बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं। यह फास्फोरस, मैग्नीशियम, जस्ता, तांबा और विटामिन बी जैसे पोषक तत्वों में समृद्ध है।

वाटर चेस्टनट - वाटर चेस्टनट एक फल है। इसे आप उपवास में भी खा सकते हैं। इसमें सोडियम की मात्रा कम और पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा यह कैल्शियम, लोहा, जस्ता, फास्फोरस और फाइबर में समृद्ध है। यह शरीर के लिए ठंडा होता है। समक- ज्यादातर समक खिचड़ी उपवास के दौरान बनाई जाती है। यह एक तरह का चावल है। यह फाइटोकेमिकल्स का एक अच्छा स्रोत है।

सामक

साबूदाना - कार्बोहाइड्रेट में साबूदाना अधिक होता है। आप इसे नवरात्रि व्रत के दौरान खा सकते हैं। आप खिचड़ी को मूंगफली, करी पत्ता, आलू, सब्जी आदि में मिलाकर बना सकते हैं, जिसे आप दही के साथ सेवन कर सकते हैं। राजगिरा- उपवास में आप राजगिरी के आटे की रोटी, चीला और खिचड़ी बना सकते हैं। इसके अलावा लड्डू भी बनाया जाता है।

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