भारत इतिहास का अगर पन्ना पलट कर देखे तो आपको ऐसे ऐसे राज का पता चलेगा जिसके बारे में हम जानते भी नहीं है, वैसे आज हम कुछ राजाओं की गद्दारी की चर्चा करेंगे जिसके वजह से हमारा देश भारत लंबे वक्त तक गुलाम रहा, इन राजाओ ने सत्ता के लालच में कहीं देशभक्त वीरों को अंग्रेजों के हाथों मरवा दिया और देश को गुलामी की जंजीर में बने रहने पर मजबूर कर दिया था, तो चलिए शुरू करते हैं।

1- जीवाजी राव सिंधिया: जीवाजी राव सिंधिया ने 1857 की क्रांति के बाद ना अपनी सेना को अंग्रेजों के साथ खड़ा कर दिया और तात्या टोपे और लक्ष्मीबाई को अंग्रेजों के हाथ में मरवा भी दिया इस गद्दारी और ब्रिटिश हुकूमत के लिए वफादारी के कारण इस गद्दार राजा को अंग्रेजों ने नाइट्स ग्रैंड कमांडर का खिताब भी दिया था।

2- जयचंद: यह राजपूत अपनी गद्दारी के नाम से जाना जाता है जयचंद संयोगिता से विवाह न कर पाने और पृथ्वीराज चौहान से करारी हार से दिल मिला कर मोहम्मद गौरी को देश में आक्रमण कर रहे तो बुलाया और तराइन युद्ध के साथ पृथ्वीराज चौहान को मौत के घाट दबाया था।

3- राजा रणवीर सिंह: राजा रणवीर सिंह ने भी देश के साथ गद्दारी कर अंग्रेजों से हाथ मिलाया पंजाब में चल रहे सिख विद्रोह को खत्म करने के लिए अंग्रेजों को सेना और हथियार मुहैया कराया जयाजीराव सिंधिया ग्वालियर के राजा जी राव सिंधिया ने 1857 की क्रांति के बाद सेना को अंग्रेजों के साथ खड़ा कर दिया और तात्या टोपे को अंग्रेजी दिया इस गद्दारी और ब्रिटिश हुकूमत के लिए वफादारी के कारण अंग्रेजों ने दिया था।

4- मीर जाफर: मीर जाफर ने देश के साथ गद्दारी करते हुए अंग्रेजों के साथ मिल गया और प्लासी के युद्ध में बंगाल के नवाब सिराजुद्दोला को हराकर बंगाल की सत्ता हासिल कर गद्दी संभाली सत्ता के लालच में अंधे होकर मीर जाफर ने अंग्रेजों की गुलामी स्वीकार की और देश को गुलाम बनाए रखने में अंग्रेजों की काफी मदद की।

5- राय बहादुर जीवन लाल: भारत रियासत के राजा राय बहादुर लाल ने भी देशद्रोही की भूमिका निभाते हुए अंग्रेजों के लिए अपने दरवाजे खुला रखा कहा जाता है इस राजा के पिता राजा रघुनाथ बहादुर थे जो औरंगजेब के मुख्यमंत्री रहे रायबहादुर जीवनलाल ने मुगल सत्ता खत्म करने हेतु अंग्रेजों से दोस्ती कर ली और अंग्रेजी हुकूमत के गुलाम बनकर देश के साथ गद्दारी करता रहा।

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