चेहरे पर पिंपल्स की समस्या होना एक बहुत ही आम बात हो गई है आपने देखा होगा कि ज्यादातर लोग इसे ब्लैक पिंपल्स के नाम से ही जानते हैं। लेकिन क्या आपने ब्लैक पिंपल्स के अलावा व्हाइट पिंपल्स के बारे में सुना है। आप भी इसका नाम पहली बार सुन रहे होंगे लेकिन आपको बता दें कि व्हाइट पिंपल्स को मिलिया भी कहा जाता है जो अमूमन एक गुच्छे के तौर पर हमारी नाक ठोड़ी और गाल पर दिखाई देने लगते हैं। व्हाइट पिंपल्स केराटिन बिल्डअप या स्किन की सरफेस के अंदर फंसे स्किन फ्लेक्स की वजह से होने लगते है। आइए इस लेख के माध्यम से आपको बताते हैं वाइट पिंपल्स को रोकने के तरीकों के बारे में -


* स्टीमिंग करें :

यदि हमारी त्वचा के रोम छिद्र जिद्दी और गंदगी से भरे हुए हैं तो उन्हें ठीक करने का सबसे अच्छा तरीका होता है स्टीम लेना। ऐसा करने से हमारी त्वचा के रोम छिद्र खुल जाते हैं और रोम छिद्रों में जमा सारी गंदगी बाहर आ जाती है आप हफ्ते में दो बार स्टिमिंग ले सकते हैं।


* क्लींजिंग का रखें खास ध्यान :

हमारी त्वचा की क्लींजिंग का खास ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि क्लींजिंग से हमारी त्वचा पर जमा धूल और प्रदूषण तथा अन्य गंदगी हमारे चेहरे से साफ हो जाती है ऐसा करने से ना केवल हमारी त्वचा के रोम छिद्र साफ होते हैं बल्कि यह डर्मिस और एपिडर्मिस को भी साफ करते हैं।


* फेशियल पील का करें इस्तेमाल :

वाइट पिंपल की समस्या से राहत पाने के लिए आप फेशियल फील का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि फेशियल परी का इस्तेमाल स्क्रीन के टेक्सचर को एन्हैन्स करने के लिए किया जाता है। यह वास्तव में केमिकल सॉल्यूशन होता है। जिसे चेहरे पर लगाया जाता है ताकि ओल्ड स्किनसेल्स अपने आप ताजा से हट जाए और नए स्किन सेल्स उनकी जगह पर आ जाए।


* सनस्क्रीन का करें इस्तेमाल :

धीरे धीरे हमारी उम्र बढ़ने के साथ-साथ हमारी स्क्रीन की भी उम्र बढ़ने लगते हैं ऐसे में हमारी स्किन सूरज की खतरनाक अल्ट्रावायलेट किरणों से अपनी सुरक्षा नहीं कर पाती जिसके लिए जरूरी है कि आप अपनी स्किन की देखभाल के लिए अपनी स्किन पर सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें।

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