कोरोना के 90% मरीज कर रहे ये गलती, हो जाएं सावधान नहीं तो जान पर पड़ सकती है भारी
कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पूरे देश में एक बार फिर से डर का माहौल बन गया है, नया स्ट्रेन काफी तेजी से लोगो को अपना शिकार बना रहा है, लेकिन आपको बता दे कोरोना के गंभीर लक्षणों से बचने के लिए कुछ लोग पेनकिलर्स और एंटीबायोटिक्स जैसी दवाएं भी ले रह हैं। लेकिन क्या आप जानतेहै इस तरह के दवाईआपके लिए कितना हानिकारक है।
कोरोना होने पर पेनकिलर्स- सेल्फ आइसोलेशन में डॉक्टर की सलाह पर मरीज बुखार या सिरदर्द से राहत पाने के लिए पैरासिटामोल और इबुप्रोफेन जैसी दवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं। ध्यान रखें कि अगर आपने पैरासिटामोल और इबुप्रोफेन का कॉम्बिनेशन लिया है तो इसके ओवरडोज़ से नुकसान हो सकता है,इसके अलावा गले में खराश से राहत के लिए आप शहद और नींबू ले सकते हैं, हल्के गर्म पानी से गरारे कर सकते हैं।
एंटीबायोटिक दवाओं से कोरोना का इलाज करना सही नहीं है, एंटीबायोटिक्स कोरोना वायरस के खिलाफ कारगर नहीं हैं, कोरोना संक्रमण फैलने से बचने के लिए कुछ लोग बिना डॉक्टर्स की सलाह के आयुर्वेदिक या पारंपरिक दवाओं दवाओं का भी इस्तेमाल करने लगते हैं लेकिन ऐसा कुछ इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से राय जरूर लें।