बॉलीवुड की फिल्में हमेशा से ही विलेन के बिना अधूरी रही हैं, हालांकि एक समय ऐसा भी था जब विलेन को स्ट्रॉन्ग माना जाता था। हालांकि, आज के खलनायकों के साथ ऐसा नहीं है। पुराने जमाने में बॉलीवुड में एक से बढ़कर एक विलेन रहे हैं, जिन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग से सालों तक बॉलीवुड पर राज किया। हालांकि, महावीर शाह अलग हैं। महावीर 70 से लेकर 90 के दशक तक बॉलीवुड फिल्मों में अपने नेगेटिव किरदारों से दर्शकों को डराते थे। जी हां, और आपने उन्हें अक्सर फिल्मों में इंस्पेक्टर के रोल में देखा होगा। हालांकि असल जिंदगी में महावीर शाह बेहद सीधे-सादे इंसान थे।

महावीर शाह का जन्म 5 अप्रैल 1960 को मुंबई, महाराष्ट्र, भारत में हुआ था। उनकी शादी चेतना शाह से हुई थी। महावीर और चेतना की एक बेटी और एक बेटा है। दरअसल, महावीर को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था और वह बॉलीवुड और टीवी एक्टर होने के साथ-साथ थिएटर आर्टिस्ट भी थे। महावीर शाह ने 1977 में फिल्म 'अब क्या होगा' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था और इस फिल्म में उन्होंने एक ड्राइवर की भूमिका निभाई थी। उसके बाद महावीर बॉलीवुड फिल्मों में नकारात्मक भूमिकाओं के लिए जाने जाने लगे। महावीर शाह को ज्यादातर उनकी फिल्मों जैसे अंकुश (1986), दयावान (1988), तेजाब (1988), नरसिम्हा (1991), शोला और शबनम (1992), तिरंगा (1992), राजा बाबू (1994), कुली नं। 1 (1995), जुड़वा (1997), बड़े मियाँ छोटे मियाँ (1998), मेहंदी (1998), कच्चे धागे (1999), हसीना मान जाएगी (1999), बादशाह (1999), फिर भी दिल है हिंदुस्तानी (2000) , बिछु (2000) और क्योकी में झूठ नहीं बोलता (2001)।

हालांकि महावीर शाह 2000 में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ दो महीने की छुट्टी के लिए अमेरिका गए थे, लेकिन 31 अगस्त 2000 को शिकागो में एक कार दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई।

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