भारत में सिनेप्रेमियों की गिनती करना मूर्खतापूर्ण बात होगी। आजकल बॉलीवुड में कुछ ऐसी फिल्में बननी शुरू हो चुकी हैं, जो या तो हॉलीवुड और टॉलीवुड फिल्मों की रिमेक होती है या फिर वहां की किसी ना किसी स्टोरी से प्रेरित होती हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि बॉलीवुड ​के फिल्म निर्माता शुरूआती दौर में भी फिल्मों की कहानी भारतीय साहित्य की मशहूर किताबों से लिया करते थे। आइए जानें, उन पांच यादगार फिल्मों के बारे में जिनकी कहानी साहित्यक पुस्तक से ली गई है।

1- तीसरी कसम


प्रसिद्ध साहित्यकार फणीश्वर नाथ रेणु का भला किसने नाम नहीं सुना होगा। उनकी चर्चित कहानी मारे गए गुलफाम पर बनी फिल्म तीसरी कसम बॉलीवुड की कालजयी फिल्म मानी जाती है। इस फिल्म की शूटिंग फणीश्वर नाथ रेणु के गांव औराही हिंगना के आंगन में हुई थी। फिल्म की कई यादें पूर्णिया जिले से भी जुड़ी हुई हैं। गुलाब बाग का मेला, दी ग्रेट भारत नौटंकी कंपनी तथा गढ़बनैली रेलवे स्टेशन।

2- गाइड

1965 में रिलीज हुई देवानंद की सुपरहिट मूवी गाइड के गाने आज भी बड़ी शिद्दत से सुने जाते हैं। यह मशहूर फिल्म आरके नारायण के मशहूर उपन्यास 'द गाइड' पर आधारित थी। इस गोल्डन मूवी के लिए देवानंद और वहीदा रहमान को कई पुरस्कार मिले।

3- देवदास

शरतचंद चट्टोपध्याय के मशहूर उपन्यास देवदास बनी बॉलीवुड मूवी देवदास में दिलीप कुमार ने यादगार भूमिका निभाई थी। यह फिल्म 1955 में रिलीज हुई थी। इसके साल 2002 में 2002 में शाहरुख खान ने भी इसी किताब पर आधारित देवदास फिल्म में अभिनय करके खूब वाहवाही बटोरी।

4- 3 इडियट्स

साल 2009 में राज कुमार हिरानी ने 3 इडियट्स फिल्म बनाई। इस फिल्म ने रिलीज होते ही बॉक्स आफिस पर तहलका मचा दिया था। बता दें कि आमिर खान स्टारर यह मूवी चेतन भगत के नॉवेल फाइव पॉइंट समवन से बनी है।

5- परिणीता

शरतचंद चट्टोपाध्याय ने 1914 में एक मशहूर उपन्यास लिखा। इस उपन्यास का नाम है परिणीता। इसके बाद साल 2006 में परिणीता पर एक म्यूजिकल फिल्म बनाई गई। मूवी परिणीता में विद्या बालन, सैफ अली खान और संजय दत्त ने बेहतरीन अदाकारी का परिचय दिया था।

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