Arvind Trivedi Facts: रामायण में केवट का रोल निभाने वाले थे अरविंद त्रिवेदी, फिर तीन हजार लोगों को पीछे छोड़कर बने थे रावण
अभिनेता अरविंद त्रिवेदी नहीं रहे। रामानंद सागर की पौराणिक श्रृंखला 'रामायण' में रावण के रूप में अपनी भूमिका के लिए जाने जाने वाले अरविंद का मंगलवार को 86 वर्ष की आयु में मुंबई में निधन हो गया।
इस दुर्भाग्यपूर्ण खबर की पुष्टि अरविंद के भतीजे ने की। ईटाइम्स के साथ एक साक्षात्कार में अरविंद के भतीजे कौस्तुभ त्रिवेदी ने कहा, "वह काफी समय से ठीक नहीं थे, लेकिन आज उन्हें दिल का दौरा पड़ा और इससे मल्टीऑर्गन फेल्योर हो गया।'' मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुधवार सुबह दहानुकरवाड़ी श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
रावण के रूप में अमर होने के अलावा, अरविंद त्रिवेदी ने टीवी पंथ 'विक्रम और बेताल' में अपने अभिनय कौशल से भी छाप छोड़ी।
रामायण के राम यानी अरुण गोविल ने एक वीडियो में बताया कि अरविंद त्रिवेदी रामायण में रावण नहीं केवट के रोल का ऑडिशन देने पहुंचे थे। हालांकि, उनकी बॉडी लैंग्वेज से खुश होकर रामानंद सागर ने उन्हें रावण का रोल दे दिया था। अरविंद त्रिवेदी ने एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था कि, 'रामानंद सागर ने मुझे स्क्रिप्ट पढ़ने के लिए कहा। मैं जब स्क्रिप्ट को वापस देकर जाने लगा तो रामानंद सागर ने मुझे रोका और कहा मुझे मेरा लंकेश मिल गया है।'
अमरीश पुरी थे रावण के लिए पहली पसंद
राम यानी अरुण गोविल ने बताया था कि रामायण की कास्ट चाहती थीं कि रावण का रोल अमरीश पुरी निभाए। हालांकि, अमरीश पुरी ने इस रोल को करने से मना कर दिया। उस समय अमरीश पूरी सफलता की बुलंदियों को छु रहे थे। वहीं, टीवी उस वक्त नया था। रामानंद सागर को ऐसे शख्स की तलाश थी जिसमें बुद्धि और बल हो। इसके अलावा मुख में तेज होना चाहिए। रामानंद सागर ने तीन हजार लोगों का ऑडिशन लिया था।