प्रधानमंत्री का पद एक बड़ा पद है और पद के साथ बहुत सी जिम्मेदारियां भी कन्धों पर आ जाती है। प्रधानमंत्री का काम पूरे देश को संभालना होता है। इतने बड़े पद के कारण उन्हें कई असामाजिक तत्वों से भी सुरक्षा संबंधी खतरा रहता है। इसी के वजह से हमेशा प्रधानमंत्री के साथ काफी सारे कमांडो साथ रहते हैं जिनका काम देश के पीएम की सुरक्षा करना होता है।

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एसपीजी के कमांडो को पीएम की सुरक्षा के लिए रखा जाता है। एसपीजी कमांडो अलग अलग परिस्थितयों के अनुसार खुद को तैयार रखते हैं और उन्हें कई तरह के हुनर भी सिखाए जाते हैं। इसके अलावा उनके पद आधुनिक हथियार जैसे स्वचालित बंदूकें , एफएनएफ-2000 राइफल और कुछ खतरनाक पिस्तौल 17-एम जैसे हथियार होते हैं। लेकिन यदि आपने गौर किया हो तो इनके पास एक ब्रीफकेस भी होता है। तो क्या आपने कभी सोचा कि भला इस ब्रीफकेस में क्या होता है? चलिए हम बताते हैं।

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दरअसल इस सूटकेस में एक बटन होता है। इस बटन को दबाते ही यह खुल जाता है। यह सूटकेस पोर्टेबल बुलेट प्रूफ शील्ड या एक पोर्टेबल फोल्ड बैलिस्टिक ढाल होती है। ये ब्रीफकेस उर्फ़ बैलेस्टिक शील्ड किसी भी तरह के हमले से सुरक्षा करने के लिए सक्षम है। इस ब्रीफकेस में एक गुप्त जेब भी होती है, जिसमें एक पिस्तौल होती है। हमला होने के दौरान इस बटन को दबा कर ब्रीफकेस को खोल लिया जाता है और यह एक ढाल की तरह काम कर के पीएम की सुरक्षा करता है। इसके माध्यम से एनआईजी लेवल-3 की सुरक्षा प्रदान की जाती है।

लेकिन प्रधानमंत्री को इस बात का फैसला लेने का अधिकार नहीं होता है कि किस परमाणु हथियार का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह सारा अधिकार और हक़ परमाणु कमांड अथॉरिटी के पास होता है।

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एसपीजी के साथ एक त्वरित प्रतिक्रियाशील काउंटर टीम भी होती है। यह टीम ग्लॉक-17, एफएन-2000, ग्लॉक-19, पी-90 और एफएन-5 जैसे हथियारों को उपयोग करना जानती है।

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