नागरिकता कानून पर सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला किया है, क्या उससे थमेगा विरोध या और बढ़ेगी परेशानी, जानिए
देश भर में CAA को लेकर मचे राजनीतिक घमासान के बीच आज सबकी निगाहें सुप्रीम कोर्ट की ओर भी लग गई है। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर सुप्रीम कोर्ट में लगी 144 याचिकाओं पर आज देश की सर्वोच्च अदालत सुनवाई करेगी। पिछले एक महीने से अधिक समय से पूरे देश में जारी धरना प्रदर्शन और राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप के बीच चीफ जस्टिस एसए बोबडे की अगुवाई वाली 3 जजों की बेंच इस अहम मसले पर सुनवाई करेगी।
चीफ जस्टिस एसए बोबडे की अगुआई वाली बेंच ने कहा कि देश अभी नाजुक दौर से गुजर रहा है। जब हिंसा थमेगी, तब उन पर सुनवाई की जाएगी। चीफ जस्टिस ने याचिकाओं पर आश्चर्य जताते हुए यह भी कहा कि पहली बार है जब कोई देश के कानून को संवैधानिक करार देने की मांग कर रहा है, जबकि हमारा काम वैधता जांचना है। बेंच में जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस सूर्यकांत भी शामिल थे।
नागरिकता कानून पर देशभर में हंगामा मचा हुआ है। लगातार इस मामले को लेकर राजनीति हो रही है। इस मामले में गृह मंत्री अमित शाह साफ कर चुके हैं कि नागरिकता कानून में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं है। यह किसी की नागरिकता लेने नहीं, बल्कि देने का कानून है। लेकिन, कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल इसके खिलाफ एकजुट हैं।