भारत देश में 59 चीनी ऐप्स बंद हो गए हैं,सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से इन इंटरनेट कंपनियों को कम और चीनी सरकार को नुकसान ज्यादा होने वाला है, चीन द्वारा तैयार हो रहे एक बड़े प्रोजेक्ट को अरबों डॉलर का घाटा हो सकता है। साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल का कहना है कि चीन ने 2030 तक दुनिया का सबसे एडवांस आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग तैयार करने का लक्ष्य रखा है, देश में मौजूद चीनी ऐप्स से मिलने वाले डेटा से ही इनकी सबसे उन्नत तकनीक तैयार करने का काम चल रहा है.,अगर भारत से इकट्ठा किए जा रहे डेटा का प्रवाह तोड़ दिया जाए तो इनके आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस प्रोजेक्ट का काम बुरी तरह प्रभावित होगा।


मामले से जुड़े एक अन्य जानकार बताते हैं कि चीनी ऐप्स जैसे TikTok, Helo, UC News और Likee आम लोगों को मुफ्त में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, दिखने में तो ये सिर्फ डांस, फोटो शेयरिंग, एक्टिंग और मनोरंजन वाले ऐप्स दिखते हैं, लेकिन वास्तव में ये ऐप्स हर यूजर के फोन से एक-एक हरकत को रिकॉर्ड करते हैं। मसलन, मोबाइल में बातचीत, टाइपिंग, वीडियो और लोकेशन सब कुछ इन ऐप्स के जरिए रिकॉर्ड किए जाते हैं, इसी डेटा को चीन के महा प्रोजेक्ट आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग में डाला जाता है ताकि इसे सबसे एडवांस बनाया जा सके, यही वजह है कि ये ऐप्स वीडियो बनाने के लिए यूजर्स को हजारो-लाखो रुपये तक देते हैं।

इन दिनों अमेरिका, भारत, यूरोप और चीन समेत दुनिया के तमाम बड़े देश आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के प्रोजेक्ट में लगे हैं,Google, Facebook, Alibaba, Facebook, Tencent, और Baidu जैसी कंपनियां सबसे उन्नत आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग तैयार करने में लगी हुई हैं, अगर ये तैयार हो जाए तो तमाम कंपनियों को अपने उत्पाद बेचने के लिए शोध, सर्वे या डेटा लेने के जरूरत ही नहीं पड़ेगी।

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