टिकटोक भारत में वापसी करने के लिए पूरी तरह तैयार है और उसने कई कंपनियों की सूची भी तैयार की है। जून में, भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए टिक्कॉक सहित दर्जनों चीनी अनुप्रयोगों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया। चीनी कंपनी बैइटडांस को उम्मीद है कि उसके अच्छे दिन जल्द ही आएंगे। वह ट्रम्प प्रशासन से प्रतिबंधों की धमकी के बाद बिडेन के नेतृत्व में कुछ राहत पाने की उम्मीद करता है। इसके अलावा, यह भारत में इस पर लगे प्रतिबंध को हटाने की भी कोशिश कर रहा है। यह जानकारी हमारे सहयोगी ईटी के स्रोतों के माध्यम से प्राप्त की गई है।


LAC पर विवाद के बाद, भारत सरकार ने सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए जून के अंत में प्रसिद्ध बिटडांस एप्लिकेशन TikTok सहित दर्जनों अनुप्रयोगों पर प्रतिबंध लगा दिया। भारत में यह तय किया गया था कि टिकटोक पर प्रतिबंध लगाने में भी डोनाल्ड ट्रम्प पीछे थे। तब वे चाहते थे कि बैतडांस एक अमेरिकी कंपनी को कारोबार बेचे और अमेरिका को अलविदा कहे।


वॉलमार्ट और ओरेकल के साथ आगे बात करते हैं
जानकारी इकट्ठा के अनुसार फिर से शुरू हुआ वॉलमार्ट और वॉलमार्ट के साथ बातचीत को बढ़ाया। कंपनी ने अपने अधिकांश कर्मचारियों को बरकरार रखा है। भारत में वापसी की रणनीति के बारे में ईटी के सवालों के जवाब में तिकटोक के प्रवक्ताओं ने इनकार या स्वीकार नहीं किया। हालांकि उन्होंने जमीन के नियमों को ले कर कंपनी की गंभीरता को चुनौती दी।

जून से भारत में प्रतिबंधित है
जून से भारत में टिक्टॉक पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। भारत में इसके लगभग 2000 कर्मचारी हैं। प्रतिबंध के बाद भी कंपनी ने सितंबर में कर्मचारियों को नकद वाउचर उपहार में दिए हैं। कंपनी ने भारत में कोई कंपनी नहीं रखी है और न ही उसने वेतन में कोई कटौती की है। टिकटोक के वैश्विक व्यापार में 20% हिस्सेदारी वॉलमार्ट और ओरेकल के साथ संयुक्त रूप से हासिल की जानी थी। टिकिटोक को अमेरिका और दुनिया भर में ऑपरेशन के लिए टिकटोक ग्लोबल बनाना था। बाइटडैंस में 80% भागीदारी थी। इन सभी शर्तों को ट्रम्प ने मंजूरी नहीं दी थी और वह इस ऐप को प्रतिबंधित करना चाहते थे।

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