फेसबुक को लेकर फिर भारत में मचा बवाल, विपक्ष ने की फेसबुक के मामले में जेपीसी की मांग, जानें पूरा मामला
फेसबुक पिछले कुछ सालों से लगातार विवादों का विषय रहा है सबसे पहले यह विवाद अमेरिका में हुए चुनावों में जिस तरह से फेसबुक द्वारा चुनाव में वोटरों को प्रभावित करने की खबर सामने आई और इसमें रसिया का हाथ भी बताया गया उसके बाद से ही लगातार फेसबुक पर कई तरह के सवाल उठे हैं। पर अब भारत में भी कांग्रेस द्वारा लगातार फेसबुक पर सवाल उठाए जा रहे हैं और अब फेसबुक और लोकतंत्र पर एक खतरा बताते हुए कांग्रेस ने इस मामले में जेपीसी की मांग की है।
लगातार फेसबुक पर यह आरोप लग रहा है कि फेसबुक सरकार के द्वारा और सरकार के समर्थन में चल रहे फेसबुक अकाउंट एवं पेज को समर्थन दे रही है एवं सरकार के विपक्ष में एवं विपक्षी पार्टियों द्वारा चलाए जा रहे फेसबुक से जो एवं उनके द्वारा डाली जा रही पोस्टों को लगातार दबाने की कोशिश की जा रही है। इन सभी के आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने अब यह आरोप लगाया है कि फेसबुक भारत के लोकतंत्र के लिए एक खतरा है। इसके बाद उन्होंने इस मामले को लेकर एक के संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी से जांच कराने की मांग को किया है।
इस मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भारत में फेसबुक प्लेटफार्म पर अभद्र भाषा पोस्ट करने की खिलाफ कार्रवाई शुरू नहीं करने एवं सोशल मीडिया दिग्गज की आंतरिक रिपोर्ट का मुद्दा उठाते हुए कहा कि खुद को फेसबुक बदल दिया है और आरोप है कि फेसबुक इंडिया की ओर से कोई प्रतिक्रिया इस मामले को लेकर नहीं दी गई है।
विपक्षी दल मौके मौके पर फेसबुक पर न्यूट्रल नहीं होने और सत्ता पक्ष की तरफ अपना जुकाम होने की बात को कहा गया है और कहीं लोगों ने इस पर आपत्ति भी जताई है। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि फेसबुक की आंतरिक रिपोर्ट में 1 मिलियन से अधिक नकली खातों की पहचान की गई है फिर भी इनके बारे में अभी तक फेसबुक द्वारा कुछ भी जिम्मेदारी पूर्वक कार्य नहीं किया गया है।