मोबाइल फोन आज के समय में हमारी जरुरत का सबसे अहम हिस्सा बन चुका हैं। मोबाइल फोन यूज़र्स की सबसे बड़ी जरुरत होती हैं स्टोरेज की। फोन का स्टोरेज अच्छा-ख़ासा होने पर हम उसमें काफी फाइल स्टोर कर सकते हैं। कभी-कभार हमारे फोन का स्टोरेज हमारे लिए सफिशियंट नहीं हो पाता हैं। ऐसी स्तिथि में हमें माइक्रोएसडी कार्ड या यूएफएस कार्ड की आवश्यकता होती हैं। ऐसे में इन दोनों कार्ड के बारे में जानना हमारे लिए जरुरी यहीं। जानते हैं ...

कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के आधार पर समझिये की माइक्रोएसडी कार्ड और यूएफएस कार्ड में क्या अंतर हैं ...

एसडी कार्ड टेक्नोलॉजी से पहले,कॉम्पैक्ट फ्लैश, मेमोरीस्टिक, मल्टीमीडियाकार्ड और एक्सडी कार्ड जैसी टेक्नोलॉजी चलन में हुआ करती थी। लेकिन साल 2003 में मिनी-एसडी कार्ड फॉर्मेट चलन में आ गया। इसके 2 साल बाद साल 2005 में माइक्रो-एसडी कार्ड फॉर्मेट के रूप में लॉन्च किया गया।

बता दे एसडी कार्ड डुप्लेक्स टेक्नोलॉजी हैं, जो एक ही समय में स्टोरेज को रीड और राइट नहीं कर सकती। बल्कि ये एक वक्त में दो में से एक ही काम करता हैं। वही बात करे, डुप्लेक्स टेक्नोलॉजी कि तो बता दे ये फुल-डुप्लेक्स टेक्नोलॉजी होती हैं। जो एक ही समय में स्टोरेज को रीड और राइट कर सकता हैं।

दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग ने अब तक 32, 64, 128 और 256 गीगाबाइट्स के वेरियंट में यूएफएस मेमोरी कार्ड लॉन्च किए हैं। इनकी सबसे बड़ी खासियत ये हैं कि, एसडी कार्ड की तुलना में ये तेज मेमोरी यूएफएस कार्ड से रीड करने की स्पीड 530 MB/s तक हैं।

एक जरुरी बात, जिस फुल-एचडी मूवी को एसडी कार्ड पर कॉपी करने में लगभग 50 सेकंड लगते हैं उसे यूएफएस कार्ड में केवल 10 सेकेंड में कॉपी किया जाना संभव हैं। वही एसडी कार्ड की तुलना में यूएफएस कार्ड के लिये बैटरी पॉवर की भी आवश्यकता बेहद कम होती हैं।

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