भारत-चीन लद्दाख एलओसी पर तनाव कम होने के कोई संकेत नहीं हैं। नतीजतन, पिछले डेढ़ साल में भारत द्वारा 220 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने के बाद, भारत सरकार ने अब चीनी स्मार्टफोन पर सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। द मॉर्निंग कॉन्टेक्स्ट की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार ने चीनी स्मार्टफोन कंपनियों से अपने फोन में इस्तेमाल होने वाले स्पेयर पार्ट्स और फोन के साथ आने वाले प्री-लोडेड ऐप का डेटा मांगा है। ऐसे पत्र वीवो, ओप्पो, श्याओमी, वनप्लस को भेजे गए हैं।

समझा जाता है कि यह कदम इस संदेह के बीच उठाया गया है कि कुछ प्रकार के फोन में पहले से लोड किए गए ऐप्स और स्पेयर पार्ट्स के इस्तेमाल से भारतीय उपयोगकर्ताओं पर नजर रखी जा सकती है। आज भारतीय स्मार्टफोन बाजार में चीनी स्मार्टफोन की हिस्सेदारी 50 फीसदी से ज्यादा है। यानी हर दो स्मार्टफोन के पीछे एक चीनी स्मार्टफोन है। सरकार इस बात की जांच कर रही है कि क्या ये फोन वास्तव में भारतीय यूजर्स के लिए सुरक्षित हैं।

चीनी स्मार्टफोन कंपनियों ने शुरू में भारत सरकार की ओर से मांगा गया डेटा मुहैया कराया, जिसके बाद कहा गया कि कंपनियों को एक और नोटिस भेजा जाएगा। नोटिस चीनी स्मार्टफोन के निरीक्षण के लिए बुलाएगा। यह भी समझा जाता है कि अगर ऐसा होता है, तो नोटिस चीनी स्मार्टफोन कंपनियों पर एक बड़ी कार्रवाई का हिस्सा होगा।

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