भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों के इन अजीब अंधविश्वास के बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे
समाज में बहुत से ऐसे अंधविश्वास है जिसपर हम सभी आंख बंद करके विश्वास करते है। लेकिन आज हम क्रिकेट जगत की बात करे तो हम आपको भारतीय क्रिकेटरों के अजीब अंधविश्वासों के बारे मे बताने जा रहे हैं। जिनके बारे में जानकर आपको आश्चर्य होगा। क्रिकेट जगत में कुछ खिलाड़ियों का मानना है कि ऐसा करने से निरंतर सफलता और अच्छी किस्मत मिलती हैं। तो चलिए जानते हैं टॉप 4 भारतीय क्रिकेटरों के इन अजीब अंधविश्वासों के बारे में
1. वीरेंद्र सहवाग: विस्फोटक भारतीय सलामी बल्लेबाज को अपनी जर्सी पर कोई नंबर नहीं रखने का अंधविश्वास था। वह अंकशास्त्र में विश्वास करते थे और हर बार जब भी वह मैदान पर कदम रखता, वह जर्सी पर केवल अपना नाम लेकर चलता था।
2. महेन्द्र सिंह धोनी: कैप्टन कूल हमेशा एक विशेष संख्या की जर्सी नंबर 7 पहनने में विश्वास करता है,इसलिए महेंद्र सिंह धोनी हमसवा इसी नंबर की जर्सी में नज़र आते है। उनका जन्म 7 जुलाई को हुआ था और इसलिए वह नंबर जर्सी पर पहनते हैं।
3. सचिन तेंडुलकर: क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंडुलकर कोई अभ्यास मैच हो सत्र हो या विश्व कप फाइनल, हमेशा अपने बाएं पैर का पैड पहले पहने थे। उनका मानना था कि उन्हें ऐसा करने से मैच जीतने में मदद मिलती है।
4. विराट कोहली: भारतीय क्रिकेट के कप्तान और प्रतिभाशाली क्रिकेटर दस्ताने की एक ही जोड़ी पहनता है, जिसे वह मानता है कि उसके छक्के मारने और मैच जीतने के पीछे यही कारण है।