स्पोर्ट्स डेस्क। डब्‍ल्‍यू.वी. रमन को भारतीय महिला क्रिकेट टीम का नया कोच नियुक्त किया गया हैं। जिसके बाद एक सवाल उठाया जा रहा हैं जिस पर अच्छी-खासी बहस हो सकती हैं। सवाल ये हैं कि, "महिला क्रिकेट टीम के कोच पर महिला की नियुक्ति क्‍यों नहीं होती।" आपको बता दे महिला कोचों की कमी होने की वजह से यह संभव नहीं हो पाता हैं। अधिकतर महिला क्रिकेटर संन्यास के बाद कोचिंग क्षेत्र में दिलचस्पी नहीं रखती हैं।

रिटायर्ड महिला खिलाडियों के कोचिंग में रूचि नहीं दिखाने के कारण ही महिला क्रिकेट की अधिकांश बड़ी टीमों के पास पुरुष खिलाड़ी ही कोच के रूप में होते हैं। भारत ही नहीं बल्कि ऑस्‍ट्रेलिया, इंग्‍लैंड, पाकिस्‍तान, साउथ अफ्रीका, वेस्‍टइंडीज, न्‍यूजीलैंड आदि देशों की महिला क्रिकट टीमों के पास पुरुष कोच हैं। मौजूदा समय में किसी भी कोचिंग के लिए विभिन्‍न क्रिकेट बोर्ड द्वारा चलाए गए कोचिंग कोर्स करना अनिवार्य हो गया हैं।

बात करें पुरुष कोचों की तो वे समय के साथ कंप्‍टीशन और आधुनिक टेक्‍नोलॉजी से परिचित होते हैं। वही दूसरी ओर महिला क्रिकेटर्स की बात करें तो वे कोचिंग से ज्यादा कमेंट्री को अपना पेशा बनाना पसंद करती हैं।

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