अशोक चक्र लगे तिरंगे की टी-शर्ट पहनकर जब मैदान पर खेलने उतरे खिलाड़ी, तो जानिए क्या हुआ था
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को इसके वर्तमान स्वरूप में 22 जुलाई 1947 को आयोजित भारतीय संविधान सभा की बैठक के दौरान अपनाया गया था, जो 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों से भारत की स्वतंत्रता के कुछ ही दिन पूर्व की गई थी। इसे 15 अगस्त 1947 और 26 जनवरी 1950 के बीच भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में अपनाया गया। लेकिन बहुत बार ऐसा होता है कि फिल्म के दौरान या किसी कायकर्म के दौरान हम अपने ध्वज का अपमान कर बैठते है, जैसे कि एक उद्धरण हम आपको जयपुर का दे रहे है।
जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम पर खेले जा रहे 19वीं यूथ नेशनल वॉलीबॉल चैंपियनशिप में राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का मामला सामने आया है। चैम्पियनशिप में शामिल खिलाड़ियों ने ही तिरंगे की मर्यादा को तार-तार कर दिया है। दरअसल, चैम्पियनशिप में भाग ले रहे स्पोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ़ इंडिया, साई के खिलाड़ियों ने तिरंगे झंडे को दर्शाती हुई टी-शर्ट पहनी हुई थी।
इस टी-शर्ट की वजह से मामला बहुत बिगड़ गया उसके बाद खिलाड़ियों को फ़ौरन टी-शर्ट बदलने के निर्देश दिए गए। खिलाड़ियों ने तिरंगे वाली टी-शर्ट की जगह दूसरी टी-शर्ट पहनी और मैच पूरा किया। इस पूरे मामले पर स्पोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ़ इंडिया के मैनेजमेंट से लेकर कोच और खिलाड़ियों ने माफ़ी मांगी।
राष्ट्रीय ध्वज से बनाये गए ड्रेस पहन कर खिलाड़ियों का ऐसा करना राष्ट्र-गौरव अपमान-निवारण अधिनियम की धारा 2 का सीधा-सीधा उल्लंघन है। इसलिए कभी भी कुछ ऐसा करने पहले सोच ले, क्योकि राष्ट्रीय ध्वज आपका सम्मान है।