युवा पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड में आरोपी ओलंपियन सुशील कुमार की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। इस हत्याकांड के चश्मदीद सोनू महाल ने मीडिया के सामने आकर कई राज खोले हैं।

आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में सोनू ने खुलासा किया है कि सुशील ने 5 मई की रात को उन्हें लगातार पीटा था। महाल के मुताबिक सुशील और उनके कुछ साथियों ने सागर और उसे किडनैप कर छत्रसाल स्टेडियम लाए थे।

सोनू ने बताया कि छत्रसाल स्टेडियम के कोच रह चुके वीरेंद्र को सुशील ने मारपीट कर भगा दिया था। इसके बाद वीरेंद्र ने नागलोई में अपना अखाड़ा खोल लिया था। सागर छत्रसाल स्टेडियम से लगभग 60 पहलवानों को लेकर नागलोई जाता था जो सुशील को नागवार गुजरा।

महाल के मुताबिक 4-5 मई की रात सुशील काफी गुस्से में था और उसने सागर समेत पांच लोगों को बंधक बना लिया था। इनमें से सुशील ने एक लड़के को उस समय छोड़ा जब उसकी पत्नी ने दो बार पुलिस को कॉल किया।

सोनू के मुताबिक सुशील कुमार 4 मई की सुबह से सागर धनखड़ को खोज रहा था। बाद में उसी दिन सुशील और नीरज बवाना के गुर्गों ने बाहरी दिल्ली इलाके से अमित और रवींद्र नाम के दो लड़कों को जबरन उठा लिया और कार में बंधक बना लिया। इसके सुशील और बवाना ने अमित और रविंद्र की पिटाई करते हुए सागर के फ्लैट में ले गए। दोनों लड़कों ने जमकर पिटाई के बाद सुशील को सागर और सोनू के फ्लैट का पता बताया

इसके बाद सुशील ने सागर और सोनू को भी जबरन गाड़ी में बंधक बना लिया और छत्रसाल स्टेडियम में हॉकी और डंडो से उनकी पिटाई करने लगे। सागर और सोनू जब अधमरे से हो गए तब उन्हें छोड़ा जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया गया। सोनू का हाथ टूटा हुआ है और उसमें रॉड लगे हुए हैं।

'हमें बार बार गोली मारने की धमकी दे रहा था सुशील'
सागर के दोस्त सोनू ने कहा कि सुशील स्टेडियम में फायरिंग कर रहा था वह हमें जान से मारने की भी धमकी दे रहा था। वह बार बार यही कह रहा था कि मारूं गोली। मैं बार बार पिस्तौल को अपने ऊपर से हटा रहा था।

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