Sports News: 26 मैचों के अजेय क्रम को रोककर टीम इंडिया ने तोड़ा इंग्लैंड का गुरूर !
इंटरनेट डेस्क. भारतीय टीम ने हाल ही में इंग्लैंड में हुई पांच मैचों की सीरीज को 2-2 से ड्रॉ करवाई थी 2007 राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारतीय टीम ने अपनी टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की थी। इंग्लैंड में भारतीय टीम लगातार टेस्ट मैच जीतती आई है लेकिन एक समय ऐसा था जब भारत के लिए अंग्रेजों की सर जमी पर जीत हासिल करना बहुत मुश्किल था यह काम भारत ने 1971 में आज ही के दिन पहली बार किया था। भारतीय टीम ने सबसे पहले अजीत वाडेकर की कप्तानी में 24 अगस्त को इंग्लैंड में पहली बार टेस्ट में जीत हासिल की थी और यह जीत भारतीय टीम को द ओवल के मैदान पर मिली थी।
भारत के लिए यह जीत आसान नहीं रही थी क्योंकि इंग्लैंड ने पहली पारी में बेहतरीन इसको बनाया था और भारतीय टीम इसके सामने घुटने टेक चुकी थी। पहली पारी में 355 रन बनाए थे इस दौरान इंग्लैंड की टीम के सलामी बल्लेबाज जॉन जेम्सन ने 82 रन बनाए थे और एलेन नॉट ने 90 रनों की पारी खेली थी। तथा रिचार्ड हटन ने 81 रन बनाए थे। इस दौरान भारतीय टीम 284 रन ही बना पाई थी इस दौरान दिलीप सरदेसाई ने 54 रनों की पारी खेली और फारुख इंजीनियर ने इस मैच में 59 रन बनाए थे।
* भारत को आखिरी दिन मिली जीत :
भारतीय टीम के पास इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए डेढ़ दिन का समय था । भारतीय टीम ने चौथे दिन के अंत पर 2 विकेट के नुकसान पर 76 रनों के साथ दिन का अंत किया था मैच के आखिरी दिन सार्थक 24 अगस्त को भारत ने यह लक्ष्य 6 विकेट खोकर हासिल कर लिया था उसके लिए भारतीय टीम के बल्लेबाज वाडेकर ने 45 रन बनाए थे और दिलीप सरदेसाई ने 46 रनों की पारी खेली तथा गुंडप्पा विश्वनाथ ने इस मैच के दौरान 33 रन बनाए और इंजीनियर 28 रन बनाकर नाबाद रहे जो टीम को जीता कर ही लौटे। इस तरह भारत ने इंग्लैंड में पहली बार जीत हासिल की थी।
* भारतीय टीम के चंद्रशेखर किया था कमाल :
भारतीय टीम ने दूसरी पारी में इंग्लैंड की टीम को काफी परेशान किया और ज्यादा बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया। इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी के दौरान 71 रनों की बढ़त लेकर उतरी। दूसरी पारी के दौरान इंग्लैंड के बल्लेबाज भारतीय टीम के लेग स्पिनर भगवत चंद्रशेखर के झांसे में उलझ गए। भारतीय टीम के बल्लेबाज चंद्रशेखर में इस पारी के दौरान 38 रन देकर छह विकेट लिए थे और इंग्लैंड की टीम को 101 रनों पर ही पूरी तरह ढेर कर दिया था। इस मैच में चंद्रशेखर के अलावा श्रीनिवास वेंकटराघवन ने भी 2 विकेट और बिशन सिंह बेदी ने 1 विकेट लेकर अच्छा प्रदर्शन किया था।