Sports News: बेहतरीन पचासा जड़कर दिखाया दम, रवींद्र जडेजा को दूसरी कोशिश में मिली सफलता !
भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) इंग्लैंड में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीत से बस कुछ ही दिन दूर है. इस सीरीज से पहले इंग्लैंड तो न्यूजीलैंड के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन करते हुए खुद को तैयार कर ही चुकी है, लेकिन टीम इंडिया को इंग्लैंड की काउंटी टीम लेस्टरशर के खिलाफ 4 दिन की तैयारी का मौका मिला है. इस अभ्यास मैच के पहले दिन की नाकामी के बाद तीसरे दिन टीम इंडिया के बल्लेबाज कुछ रंग में आते दिखे। 1 जुलाई से बर्मिंघम में भारत और इंग्लैंड (India vs England) के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच खेला जाना है. पहले तो विराट कोहली ने एक बेहतरीन अर्धशतक जमाया और फिर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने भी दिन में दूसरी बार मौका मिलने के बाद अर्धशतक पूरा किया।
* कोहली का बेहतरीन अर्धशतक :
जडेजा के अलावा पूर्व कप्तान विराट कोहली ने भी बेहतरीन अर्धशतक जमाया.जसप्रीत बुमराह की गेंद पर कैच आउट होने से पहले कोहली ने 98 गेंद की पारी में 67 रन बनाए, जिसें पांच चौके और दो छक्के जड़े. तीसरे दिन की शुरुआत एक विकेट पर 80 रन से करने के बाद भारत ने खेल खत्म होने तक 92 ओवर में सात विकेट पर 364 रन बनाये. भारतीय टीम ने पहली पारी आठ विकेट पर 246 रन पर घोषित की थी जिसके जवाब में लीसेस्टशर ने 244 रन बनाये थे. इस तरह टीम इंडिया दूसरी पारी में 366 रन आगे है।
* दूसरी कोशिश में जडेजा ने जमाया अर्धशतक :
शनिवार को अभ्यास मैच के तीसरे दिन रवींद्र जडेजा को दूसरी पारी में प्रमोशन दिया गया, ताकि वह लंबा वक्त गुजारकर अपनी बल्लेबाजी का अभ्यास कर सकें, लेकिन लेस्टरशर के लिए खेल रहे टीम इंडिया के ही तेज गेंदबाज नवदीप सैनी की बेहतरीन गेंद ने सिर्फ 2 बॉल में जडेजा को पवेलियन लौटा दिया. वह खाता भी नहीं खोल सके थे. ऐसे में उनको एक और मौका देने का फैसला किया गया और चेतेश्वर पुजारा का विकेट गिरने के बाद वह क्रीज पर आए और एक अर्धशतकीय पारी खेली. वह 56 रन बनाकर नाबाद लौटे।
* भारतीय गेंदबाजों का अच्छा प्रदर्शन
लेस्टर के लिए नवदीप सैनी ने तीन विकेट लिये तो वही जसप्रीत बुमराह, साइ किशोर ने एक-एक विकेट लिये. कमलेश नागरकोटी को दो सफलता मिली। इस मैच में लेस्टरशर की ओर से टीम इंडिया के कई गेंदबाजों ने अपना दम दिखाया. जसप्रीत बुमराह के अलावा रिजर्व और नेट गेंदबाज के तौर पर ले जाए गए गेंदबाजों को भी भरपूर मौका मिला और सफलताएं भी मिली।