इंटरनेट डेस्क. भारत की बेटियों ने इंग्लैंड में उस वक्त तिरंगा लहराया जब पूरा देश सो रहा था। भारत की बेटियों ने इस इतिहास को रच पर 23 साल का इंतजार खत्म कर दिया। भारतीय टीम ने अंग्रेजों को उनके ही घर में हराकर वनडे सीरीज को अपने नाम कर लिया। इंग्लैंड और भारत के बीच खेली जा रही वनडे सीरीज का आखिरी मैच 24 सितंबर को इंग्लैंड के लॉर्ड्स में खेला जाएगा। इस सीरीज में भारतीय टीम ने दूसरा मैच जीतकर इतिहास रचा और इस जीत में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर और रेणुका सिंह की रही जिन्होंने अपने बल्ले और गेंद से मैदान में कोहराम मचाया। पहले हरमनप्रीत कौर ने इंग्लिश गेंदबाजों की धुनाई की और बाद में अपने बल्ले से 143 रन बनाते हुए नाबाद रही। इसके बाद रेणुका की आंधी में इंग्लिश टीम 245 रन पर ही ढेर हो गई।

* हरलीन का मिला हरमनप्रीत को साथ :

भारतीय टीम को 99 रन बनाने पर 3 झटके लगने के बाद भारतीय टीम की जिम्मेदारी कप्तान हरमनप्रीत ने संभाली और हरलीन देओल के साथ मिलकर पारी को 200 रनों के पार पहुंचाया इस दौरान हरलीन ने 58 रन बनाए। और भारतीय टीम को 212 रन पर हरलीन के रूप में चौथा विकेट गंवाना पड़ा। इसके बाद पूजा बत्रा करने कप्तान हरमनप्रीत के साथ पार्टनरशिप करने की अच्छी कोशिश की लेकिन 262 रन के स्कोर पर उन्होंने भी अपना विकेट गंवा दिया। और 5 विकेट गिरने के बाद हरमनप्रीत कौर को दीप्ति शर्मा का साथ मिला और इन दोनों खिलाड़ियों ने मिलकर पारी को 333 रन तक पहुंचा दिया इस पारी के दौरान हरमनप्रीत कौर में 111 गेंदों पर 4 छक्के और 18 चौके लगाए।

* बेहद खराब रही टीम इंडिया की शुरुआत :

इस मैच में भारतीय टीम ने 88 रन के बड़े अंतराल से मुकाबला जीतकर झूलन गोस्वामी को गिफ्ट दे दिया। क्योंकि झूलन अपने करियर की आखिरी सीरीज खेल रही है और करियर के आखिरी पड़ाव पर उनके नाम एक और ऐतिहासिक जीत दर्ज हो चुकी है। इस मुकाबले की बात की जाए तो भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट खोकर 333 रन बनाए। इस मैच में टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और 12 रन पर ही शेफाली वर्मा के रूप में टीम को पहला विकेट गंवाना पड़ा। और टीम को दूसरा विकेट 66 रन पर यास्तिका भाटिया का ग्वाला पड़ा। उनके बाद कप्तान हरमनप्रीत और स्मृति मंधाना ने साझेदारी करने की कोशिश की लेकिन 99 रनों पर स्मृति मंघना भी अपना विकेट गंवा कर पवेलियन लौट गई।

Related News