लगातार 2020 विश्व कप भारतीय क्रिकेट टीम के हाथों से निकल गए और दोनों ही विश्व कप में टीम इंडिया ने अपनी क्षमता से कम प्रदर्शन किया है और इन दोनों ही विश्व कप के बाद भारतीय टीम के नेतृत्व पर सवाल उठने लगे और बदलाव की चर्चाएं होने लगी है। पिछले साल विश्व कप से पहले ही इस फॉर्मेट में विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ दी थी और उनकी जगह बने रोहित शर्मा से अब इस फॉर्मेट में कप्तानी का भोज कम करने की बातें होने लगी है और इसके लिए पूर्व कोच रवि शास्त्री ने भी अपनी राय दी है। और कहा है कि हार्दिक पांड्या को अगर कप्तान बनाए जाए तो यह फैसला भी सही होगा।

टीम इंडिया पिछले साल भी पहले राउंड में ही बाहर होने के बाद रोहित को ना सिर्फ टी20 की कप्तानी सौंपी गई थी बल्कि टीम इंडिया के वनडे फॉर्मेट का कप्तान भी बनाया गया था। और कप्तानी में रोहित के प्रभावशाली रिकॉर्ड को देखते हुए यह उम्मीद थी कि आखिरकार इस बार खिताबी सूखा खत्म होगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ और टीम सेमीफाइनल में बाहर हो गई। इसमें सबसे ज्यादा परेशानी की वजह हार का तरीका रहा जो बिल्कुल पिछले साल के विश्वकप की तरह ही देखा गया।


* हार्दिक पांडे को कप्तानी देने में नहीं कोई बुराई :

ऐसे में अब अगले टी20 विश्व कप में बचे हुए इस काफी समय को देखते हुए क्रिकेट के गलियारों में हार्दिक पांडे को कप्तान बनाए जाने की मांग हो रही है. हार्दिक पांडे फिलहाल टीम इंडिया के साथ न्यूजीलैंड में है जहां पर वह टीम की कमान संभाल रहे हैं। इसी बीच रवि शास्त्री ने स्टार ऑलराउंडर बल्लेबाज शिखर धवन को कप्तानी के लिए आदर्श बताया है। रवि शास्त्री ने वेलिंगटन में मीडिया से बात करते हुए कहा कि T20 क्रिकेट के लिए हार्दिक पांड्या को कप्तान रखने में कोई बुराई नहीं है। इतना क्रिकेट हो रहा है कि एक खिलाड़ी के लिए खेल गई है सभी तीनों प्रारूप में खेलना कभी भी ऐसा नहीं होगा और अगर रोहित शर्मा टेस्ट और वनडे में कप्तानी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं तो नया T20 अंतरराष्ट्रीय कप्तान हार्दिक पांड्या को रखने में कोई बुराई नहीं है


* मिले T20 विशेषज्ञों को मौका :

हार्दिक पांड्या को इस सीरीज में रोहित शर्मा और केएल राहुल की गैर हाजिरी की वजह से कमान सौंपी गई है जिन्हें विश्वकप के बाद रेस्ट दिया गया है। वही मुख्य कोच राहुल द्रविड़ की जगह इस दौरे पर जिम्मेदारी संभालने के लिए वीवीएस लक्ष्मण को जिम्मेदारी दी गई है जिसने गुरुवार 18 नवंबर को कहा कि भारत T20 विशेषज्ञों को तलाशने की कोशिश करेगा क्योंकि विश्व कप में मिली एक और सफलता के बाद अब टीम सुधार करना चाहती है। लक्ष्मण की इस बात से शास्त्री ने भी अपनी सहमति जताई और कहा कि टीम में स्पेसलिस्ट खिलाड़ियों को मौका देने से ही 2024 के विश्वकप की सही तैयारी हो पाएगी।

यह आगे बढ़ने का सही तरीका है और वीवीएस बिल्कुल सही है। वह विशेषज्ञों की तलाश कर रहे हो और विशेषकर युवाओं में से। यही मंत्र होना चाहिए कि अब से 2 वर्षों तक पहचाने और ऐसी टीम तैयार करें कि जो शानदार फील्डिंग करने वाली हो और इन युवाओं के लिए भूमिका तय की जाए जो बिना किसी दबाव के निडर होकर अपना प्रदर्शन कर सकें।

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