कोलंबो में शुक्रवार 24 जून को खेले गए पांचवें और आखिरी वनडे मैच में दोनों ओर से विकेटों का पतझड़ लगा, लेकिन अंत में ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट से जीत हासिल करते हुए सीरीज के स्कोर को 2-3 के साथ खत्म किया. ऑस्ट्रेलिया को आखिरकार श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में लगातार तीन हार के बाद जीत का स्वाद चखने को मिल ही गया. हालांकि, ये जीत आने में इतना वक्त लगा कि सीरीज तब तक हाथ से निकल गई. फिर भी आखिरी मैच में एरॉन फिंच की टीम ने मेजबानों को हराकर सीरीज का अंत बेहतर अंदाज में किया. अपनी दमदार गेंदबाजी के बूते ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका को सिर्फ 160 रन पर रोक दिया था, लेकिन इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए भी ऑस्ट्रेलिया को पापड़ बेलने पड़े।

* श्रीलंकाई स्पिनरों ने छकाया :

मेजबानों के लिए ये स्कोर भी पर्याप्त साबित होता दिख रहा था क्योंकि उसके स्पिनरों ने ऑस्ट्रेलिया के टॉप ऑर्डर की बखिया उधेड़ दी. महीश तीक्षणा (2/26) और 19 साल के नए स्पिनर डुनिथ वेल्लालागे (3/42) ने सिर्फ 19 रन तक 3 और 50 रन तक ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष 4 बल्लेबाजों को पवेलियन लौटा दिया. इससे ऐसा लगने लगा था कि ऑस्ट्रेलिया को करारी हार के साथ सीरीज का अंत करना होग, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।

* करुणारत्ने का दमदार अर्धशतक :

करुणारत्ने ने अपना बेहतरीन अर्धशतक पूरा किया और आखिरकार 75 गेंदों में 75 रन बनाकर आउट हुए, जिसके दम पर श्रीलंका ने किसी तरह 160 का स्कोर खड़ा किया। श्रीलंका पर 100 रन से पहले ढेर होने का खतरा मंडरा रहा था लेकिन ऐसे में ऑलराउंडर चमिका करुणारत्ने ने एक बार फिर पारी को संभाला. श्रीलंकाई बल्लेबाज ने मोर्चे पर डटकर ऑस्ट्रेलिया का बखूब सामना किया और 10वें नंबर के बल्लेबाज प्रमोद मधुसूदन के साथ 58 रनों की बेशकीमती साझेदारी कर टीम को संभाला।

* एलेक्स कैरी ने दिखाई जीत की राह

ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बिना किसी अर्धशतक के ही लक्ष्य हासिल कर लिया. टीम के लिए कैरी ने सबसे ज्यादा नाबाद 45 रन बनाए, जिसमें सिर्फ 1 चौका शामिल था. मार्नस लाबुशेन (31) और विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने साथ मिलकर 51 रनों की अहम साझेदारी कर अपनी टीम की वापसी कराई और जीत की उम्मीद जगाई. लाबुशेन का विकेट गिरने के बाद श्रीलंका के पास वापसी का मौका था, लेकिन पहले ग्लेन मैक्सवेल और फिर कैमरन ग्रीन ने छोटी लेकिन अहम पारियां खेलकर टीम को जीत तक पहुंचाया।

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