भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक शर्त पर रणजी ट्रॉफी में खेलने की अनुमति दी थी कि वे मैच की हर पारी में सिर्फ 15 ओवर ही कर सकेंगे। हालाँकि शमी ने बंगाल के लिए केरल के खिलाफ खेलते हुए बोर्ड की आदेश को नजरअंदाज करते हुए पहली पारी में 26 ओवर किये। इस दौरान शमी ने केरल की टीम के तीन खिलाडियों अरुण कार्तिक, संजू सैमसन और सचिन बेबी के विकेट लिए।

जहाँ शमी द्वारा बोर्ड के आदेश को नजरअंदाज करने के इस निर्णय से सभी हैरान थे वहीं शमी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज की तैयारी के लिए यह सही निर्णय था। कहीं और अभ्यास करने की बजाय आपकी टीम और राज्य के लिए गेंदबाजी करना बेहतर है। आप जितनी अधिक गेंदबाजी यहाँ करेंगे, यह उतना ही आपको ऑस्ट्रेलिया में मदद करेगा। मुझे लंबे समय के बाद अपनी घरेलू टीम के लिए खेलना अच्छा लग रहा था।

बता दें कि भारतीय टीम मैनेजमेंट पिछले कुछ समय से खिलाड़ियों पर नजर रखा हुआ है और ऑस्ट्रेलिया के महत्वपूर्ण दौरे से पहले आराम देने के लिए बोर्ड ने शमी के ओवरों की संख्या निर्धारित की थी और इसी शर्त पर उन्हें रणजी ट्रॉफी में खेलने की अनुमति दी थी। इस से पहले बोर्ड ने ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले पर्याप्त आराम देने के लिए इशांत शर्मा और रविचंद्रन आश्विन को रणजी मैच में से मना कर दिया था।

बता दें कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज की शुरुआत 6 दिसंबर से होगी लेकिन टीम ने इस महत्वपूर्ण सीरीज की तैयारी की शुरुआत अभी से कर दी है। इस दौरे की तैयारी के लिए भारतीय टीम के कुछ खिलाड़ी न्यूज़ीलैण्ड ए के खिलाफ भारत ए की तरफ से खेले थे और अब वे भारतीय टीम के सहायक कोच संजय बांगड़ की निगरानी में अभ्यास कर रहे है।

Related News