हम जानते है कि क्रिकेट एक जेंटलमैन खेल है और ये भारत में खेल जगत में सबसे ज़्यादा खेला जाने वाला खेल भी है। शुरुआती दिनों में वनडे क्रिकेट से पहले केवल टेस्ट क्रिकेट खेला जाता था। इसमें क्रिकेट मैच में सभी खिलाड़ी बाकायदा सफेद रंग की सभ्य पोशाक पहनकर खेल के मैदान में उतरते थे। समय की मांग के साथ ही क्रिकेट टेस्ट से आगे बढ़ता गया और छोटे प्रारूप में रंगीन पोशाक ने अपनी जगह बना ली।

आज टी-20 और वनडे क्रिकेट खेलनी वाली सभी टीमों की अपनी रंगीन ड्रेस पहने नज़र आती है।

आपको बता दें कि अभी कुछ दिनों पहले काशी नगरी में धोती-कुर्ता पहनकर क्रिकेट खेला गया। यही नहीं इस मैच में कमेंट्री भी संस्कृत में भी हुई। दरअसल वाराणसी के सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में मंगलवार को अनोखा क्रिकेट मैच खेला गया। मैच में सभी खिलाड़ियों ने धोती-कुर्ता पहनकर बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग की। इतना ही नहीं, खेल के दौरान संस्कृत में कमेंट्री ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इसके साथ ही सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के शास्त्रार्थ महाविद्यालय के डायमंड जुबिली वर्ष में प्रवेश करने के मौके पर संस्कृत क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। प्रतियोगिता के दौरान अंपायरों को भी इसी वेशभूषा में रुद्राक्ष की माला पहने फैसले देते देखा गया। अब अनोखा क्रिकेट मैच दुनिया भर में मशहूर हो रहा है।

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