जानिए इन 4 महिलाओं को जो बन गई है रेसलमेनिया 2018 की सुपरस्टार
इंटरनेट डेस्क। जहां 2016 में डब्ल्यूडब्ल्यूई में महिलाओं को दिवाज् के रूप में जानते थे वहीं रेसलमेनिया 32 में इन दिवाज् की चैंपियनशिप का नाम बदलकर अब इसे महिला चैंपियनशिप कहा जाने लगा और इन महिला रेसलरर्स को डब्ल्यूडब्ल्यूई “सुपरस्टार” कहने लगा।
34वें रेसलमेनिया, जो कि न्यू ऑरलियन्स में 8 अप्रैल को होने वाला है, 2018 में हमारे पास रॉयल रंबल व एलिमिनेशन चैंबर था, जिसने “डब्ल्यूडब्ल्यूई के उद्धव” में एक सार्थक पल को चिन्हित किया। वहीं डब्ल्यूडब्ल्यूई की ब्रांड ऑफिसर स्टीफनी मैकमोहन का कहना है कि “लंबे समय से इस पर विचार किया जा रहा था”, साथ ही ये भी कहते है कि “डब्ल्यूडब्ल्यूई में जो रेसलरर्स होती है वे अपनी रेसलिंग से अन्य महिलाओं में आत्मविश्वास जगाती है उन्हें मजबूत बनाने में मदद करती है और ये महिलाएं रॉयल रंबल मैच के लायक है”।
हम यहां कुछ टॉप महिला रेसलरर्स के बारें में बता रहे है जो रेसलमेनिया 34 को अद्भुत बना देंगीं।
1. एलेक्सा ब्लिज़
एलेक्सा ब्लिज़ एक ऐसी महिला रेसलर है जिन्होंने मैकी जेम्स, बेली, साशा बैंक, मैंडी रोज व सोन्या डेविल को रेसलिंग में मात देकर पहली बार महिला एलिमिनेशन चैंबर मैच को जीता। अब ये रेसलमेनिया 34 पर जाने वाली है, जहां एलेक्सा का एक मैच असुका के साथ हो सकता है।
रॉ ब्रांड पर परफॉर्म करने वाली यह 26 साल की अमेरिकी रेसलर “5 फीट ऑफ फ्यूरी “ के नाम से भी जानी जाती हैं, साथ ही ये सॉफ्टबॉल, ट्रैक और किकबॉक्सिंग टूर्नामेंट में सहभागी है। हम आपको बता दें कि ब्लिज़ सबसे कम उम्र की आईएफबीबी (बॉडीबिल्डिंग एंड फिटनेस के अंतर्राष्ट्रीय संघ) प्रतियोगियों में से एक है और इनका मूल नाम एलेक्सिस कौफमैन है।
डबल्यूडब्ल्यूई के माध्यम से मई 2013 में सिग्नेचर किए और जुलाई में पहली उपस्थिति बनाते हुए इन्हें अगस्त में डब्ल्यूडब्ल्यूई के एनएफटी रोस्टर पेज में जोड़ा। इसके साथ ही अंगूठी का नाम एलेक्सा ब्लिज़ दिया।
2. असुका
36 साल की जापान की पेशेवर रेसलर का मूल नाम कनको उराई है। इन्होंने कुश्ती में अपने करियर की शुरूआत जून 2004 में ए टू जेड प्रोमोशन में की। इन्होंने डब्ल्यूडब्ल्यूई के साथ 2015 में विकास समझौते पर साइन कर इसी साल की जनवरी में पहली बार रॉयल रंबल जीता, जो कि महिलाओं के लिए था। यदि रॉ महिला चैंपियनशिप जीतने के लिए असुका व एलेक्सा में रेसलिंग मैच होता है तो रेसलमेनिया 34 अपेक्षित गेमों में से एक होगा।
कल की महारानी के नाम से जानी जाने वाली असुका को 2015 में शुरूआत के बाद अब तक पिन नहीं किया गया।
3. शार्लोट फ्लेयर
16 बार वर्ल्ड चैंपियन रहे रिक फ्लेयर की बेटी एशले एलिजाबेथ फ्लिहर (अंगूठी का नाम शार्लोट फ्लेयर) ने अपने करियर की शुरूआत 2013 से की। शार्लोट अंगूठी की रानी व स्व उद्घोषित “ आनुवंशिक रूप से श्रेष्ठत्तर एथलीट “ है। साथ ही ये डब्ल्यूडब्ल्यूई इवेंट्स में महिलाओं के उद्भव के अग्रदूतों में से एक रही है। साशा बैंक से 2016 में इनकी लड़ाई महिलाओं के नरक में एक सेल मैच की थी। इसके साथ ही चार्ल्सोट फ्लेयर के रेसलमेनिया 34 में होने अंदाजा लगाया गया।
डब्ल्यूडब्ल्यूई का महिला बंटवारा एक के बाद एक मील के कुछ पत्थर बना रहा है। अभी तक पुरूषों में कोई महिला मैच ना होने से फैन असुका के साथ फ्लेयर को देखना चाहते है।
4. रोंडा रोउसी
यह माना जा रहा है कि रेसलमेनिया 34 में पूर्व यूएफसी बैंटमवेट चैंपियन रोंडा रोउसी का पहला मैच हो सकता है। एलिमेशन चैंबर मैच में उनकी नाटकीय हाजिरी का प्रचार किया जा रहा है जहां रोउसी ने 14 बार के चैंपियन ट्रिपल एच को टेबल द्वारा फेंका था। इसके साथ ही यह भी कहा जाता है कि रॉयल रंबल से शुरू हुई रोउसी ने कंपनी के साथ फुल टाइम के कॉन्ट्रेक्ट पर साइन किया था।
90 के दशक में अपने शरीर का प्रदर्शन करने व महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने के संबंध में डब्ल्यूडब्ल्यूई के पास इतिहास है, वो महिला मैच था जहां हारने वाले को अंडरवियर में फेंक दिया जाता था। 2015 में एक फैन के नेतृत्व वाले हैशटैग # गिव दिवाज चांस डब्ल्यूडब्ल्यूई में कुछ मिनट के मैचों में महिला पहलवानो को जगह बनाने के लिए था।
बढ़ती हुई महिला दर्शको को देखते हुए डब्ल्यूडब्ल्यूई ने महिला मैचो पर ध्यान दिया। गेम को लेकर कहानी कह रही है कि पुरूषों की तुलना में महिला रेसलर मैच कोई कम नहीं है।