भारतीय विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ने गुरुवार को आधिकारिक तौर पर बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी)को ये बता दिया है कि वह आने वाले रणजी ट्रॉफी में अपने राज्य की टीम के लिए नहीं खेलेंगे. सीएबी के अध्यक्ष अभिषेक डालमिया ने एक बयान में कहा, “बंगाल क्रिकेट संघ चाहता था कि साहा ऐसे अहम समय में जब टीम रणजी ट्रॉफी नॉकआउट्स में खेलेगी और खिताब जीतने की कोशिश करेगी, तब टीम के साथ रहें. मैंने साहा से ये बात कही और उनसे अपने फैसले पर दोबारा विचार करने को कहा. साहा ने हालांकि हमें बता दिया है कि वह रणजी नॉकआउट्स खेलने के इच्छुक नहीं हैं।

इसी के साथ साहा का बंगाल की टीम (Bengal Cricket Team) के साथ करियर खत्म हो गया है. उन्होंने 2007 में नवंबर में इसी टीम के साथ अपना रणजी डेब्यू किया. उन्होंने इस राज्य के लिए 122 फर्स्ट क्लास मैच खेले और साथ ही 102 लिस्ट-ए मैच खेले. साहा इस समय आईपीएल-2022 (IPL 2022) में गुजरात टाइटंस के लिए खेल रहे हैं. गुजरात ने फाइनल में जगह बना ली है और वह रविवार को खिताबी मुकाबला खेलेगी।

* व्हॉट्सएप ग्रुप भी छोड़ा :

वहीं अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक साहा ने बंगाल टीम का व्हॉट्सग्रुप भी छोड़ दिया है. ऐसे में बंगाल टीम के कोचिंग स्टाफ के एक सदस्य ने अखबार से कहा, “मैं साहा के फैसले पर कुछ नहीं कहूंगा लेकिन अब स्थिति साफ हो गई है और हम इसके तहत प्लानिंग कर सकते हैं।

* लिया था ग्रुप स्टेज से नाम वापस :

ये फैसला उन्होंने फरवरी में भारतीय टेस्ट टीम से बाहर किए जाने के बाद लिया था. इसके बाद सीएबी के सहायक सचिव देबब्रत दास ने मीडिया में साहा की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाए थे. साहा ने सबसे पहले ग्रुप स्टेज में खेलने से मना किया था और इसके पीछे उन्होंने निजी कारणों का हवाला दिया था. आईपीएल में उनकी शानदार फॉर्म के कारण साहा को बंगाल टीम में रणजी क्वार्टर फाइनल के लिए चुना गया था. लेकिन इसके बाद साहा ने कहा था कि चयन करने से पहले उनसे सलाह नहीं ली गई।

* नहीं करेगे एनओसी देने से इनकार :

सीएबी के अधिकारी ने कहा कि साहा ने अभी तक अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मांगा है लेकिन अगर वह मांगते हैं तो देने से मना नहीं करेंगे. अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, “हमने साहा को मनाने की काफी कोशिश की, उनके बचपन के कोच जयंत भौमिक के जरिए भी हमने उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने फैसला कर लिया है कि वह दोबारा बंगाल के लिए नहीं खेलेंगे. जब वह एनओसी मांगेगे उन्हें दे दी जाएगी।

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