कोहली ने नवंबर 2019 से शतक नहीं बनाया है, इस साल के आईपीएल के दौरान रनों के लिए संघर्ष किया और यहां तक ​​कि इंग्लैंड के हाल ही में समाप्त दौरे के दौरान बल्ले से ज्यादा योगदान देने में भी विफल रहे। उन्हें राष्ट्रीय टीम से बाहर करने का आह्वान किया गया है, लेकिन 2003 और 2007 में ऑस्ट्रेलिया की दो विश्व कप जीत के लिए कप्तानी करने वाले पोंटिंग का कहना है कि अगर वह भारत में होते, तो वह अपना आत्मविश्वास वापस पाने के लिए कोहली को पुश करते रहते।

पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू शो में कहा, 'मुझे लगता है कि अगर मैं एक विपक्षी कप्तान या एक विपक्षी खिलाड़ी होता, तो मुझे ऐसी भारतीय टीम से खेलने का डर होता, जिसमें विराट कोहली हो, लेकिन इस खेल में मैंने जितने भी महान खिलाड़ी देखे हैं, वे किसी न किसी स्तर पर ऐसे खराब फॉर्म से गुजरे हैं। चाहे वह बल्लेबाज हो या गेंदबाज, सभी का कभी न कभी फॉर्म खराब रहता ही है।'

पोंटिंग ने कहा कि अगर विराट कोहली को भारत के शुरुआती विश्व कप मैचों की प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा जाए तो इससे टीम और विराट दोनों का ही नुकसान होगा। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान का मानना है कि इस प्रयोग से उनकी फॉर्म में वापसी की संभावना गंभीर रूप से कम हो जाएगी। पोंटिंग ने कहा कि अगर वह राहुल द्रविड़ या रोहित शर्मा की जगह होते तो कोहली के लिए खास माहौल तैयार करते, जिसमें पॉजिटिविटी हो।

उन्होंने ये भी कहा कि चयनकर्ताओं को भारत के शीर्ष क्रम में कोहली के लिए एक स्थान खोजना चाहिए और टी 20 विश्व कप की संपूर्णता के लिए चैंपियन बल्लेबाज को वहीं छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए, इस उम्मीद के साथ कि वह टूर्नामेंट के नॉकआउट चरणों के दौरान अपना सर्वश्रेष्ठ फॉर्म पाएंगे।

अगर मैं भारत का कोच या कप्तान होता तो उनसे स्पष्ट रूप से कहता, 'यह तुम्हारा स्थान है, यह वह जगह है, जहां तुम्हें बल्लेबाजी करनी है। यह बदलने वाला नहीं है। खुद पर विश्वास रखो। कड़ी मेहनत में विश्वास करते रहें और समझे कि आपने कई साल तक वर्ल्ड क्रिकेट पर राज किया है'।

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