पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को 2008 से भारत के साथ बंद द्विपक्षीय क्रिकेट रिश्तों की वजह से अपने पिछले मीडिया अधिकार करार से नौ करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ है, और यह भारतीय और पाकिस्तानी मुद्रा में एक बहुत ही बड़ी रकम बैठती है, दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण कूटनीतिक रिश्तों के कारण पिछले कुछ वर्षों में भारत केवल आईसीसी टूर्नामेंट में ही पाकिस्तान के खिलाफ खेला है।

सूत्रों के अनुसार, पीसीबी का पिछला पांच साल का मीडिया करार इस महीने खत्म हुआ। इसमें भारत के खिलाफ दो घरेलू सीरीज शामिल थीं। 149 मिलियन डॉलर (1145 करोड़ रु.) के कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने वाले ब्रॉडकास्टर की सिर्फ एक शर्त थी कि सीरीज भारत के खिलाफ आयोजित की जाएगी।

दुर्भाग्य से पाकिस्तान समझौते के अंतर्गत भारत के खिलाफ दो घरेलू सीरीज नहीं खेल पाया। टेन स्पोर्ट्स और पीटीवी ने समझौते के तहत कुल राशि में से 90 मिलियन डॉलर की राशि काट ली।

भारतीय मुद्रा की बात करें, तो यह राशि करीब सात सौ करोड़ बैठती है, तो पाकिस्तान रुपये में यह रकम करीब 1500 करोड़ रुपये बैठती है,लेकिन यहां पीसीबी को यह सोचना और मानना पड़ेगा कि अगर भारत के न खेलने से उसे इतनी मोटी रकम का नुकसान हुआ है, तो इसके पीछे उसी के देश के आतंकियों द्वारा बड़ी आतंकी घटनाओं में शामिल होना रहा, जिससे भारत सरकार ने उसके साथ न खेलने का फैसला लिया।

मैच की बात करें तो दोनों टीमों के बीच पिछले साल ही वनडे वर्ल्ड कप में मुकाबला हुआ था। इस मैच में भारतीय टीम ने हर बार की तरह वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ जीत हासिल की थी। टीम इंडिया यह मैच 89 रन से जीती थी।

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