दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम के रूप में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर पहली टेस्ट श्रृंखला जीत दर्ज करके अपनी प्रतिष्ठा को बरकरार रखा। भारतीय टीम ने कंगारुओं को चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-1 से रौंदकर इतिहास भी अपने नाम कर लिया। 71 सालों पर ऐसा पहली बार हुआ जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर कोई टेस्ट सीरीज जीता हो। इस जीत के साथ ही सीरीज में कई यादगार रिकॉर्ड भी बने। इस टेस्ट के दौरान पांच खिलाड़ियों का प्रदर्शन शानदार रहा।

1 चेतेश्वर पुजारा

सीरीज शुरू होने से पहले सभी की नज़र विराट कोहली पर थी, क्योकि जिस फॉर्म में वह हैं और पिछली बार उन्होंने ऑस्ट्रेलिया का जिस तरह शानदार दौरा किया था लेकिन चेतेश्वर पुजारा चुपचाप सारी लाइमलाइट बटोर ले गए। पुजारा ने श्रृंखला में तीन शतक और एक अर्धशतक बनाए और 74.42 के औसत से 521 रन के साथ श्रृंखला के सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे।


2 जसप्रीत बुमराह

जसप्रीत बुमराह श्रृंखला के स्टार खिलाड़ियों में से एक हैं। श्रृंखला में उनके प्रभाव की कल्पना इस बात से की जा सकती है कि वह आईसीसी टेस्ट गेंदबाजों की रैंकिंग में 28वें से 12वें स्थान पर आ गए हैं। जसप्रीत बुमराह ने सबसे अधिक विकेट लेने वाले के रूप में ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली टेस्ट श्रृंखला समाप्त की। उन्होंने श्रृंखला में 17.00 की औसत से 21 विकेट चटकाए।


3 नाथन लियोन
अगर ऑस्ट्रेलियाई लाइन-अप में कोई भी ऐसा खिलाड़ी होता, जो नाथन लियोन की तुलना में पूरी श्रृंखला में भारतीय बल्लेबाजों को चुनौती देता तो सीरीज का परिणाम कुछ और ही होता। वह श्रृंखला के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक रहे और निश्चित रूप से श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी थे। लियोन ने 21 विकेट के साथ जसप्रीत बुमराह के साथ श्रृंखला में संयुक्त रूप से सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उन्होंने 242.1 ओवरों के साथ श्रृंखला में सबसे अधिक ओवर फेंके।

4 ऋषभ पंत

ऋषभ पंत ऑस्ट्रेलिया के अपने पहले दौरे पर थे और उन्होंने अपनी विकेटकीपिंग, स्लेजिंग और बल्लेबाजी से खूब सुर्खियाँ बटोरी। 21 वर्षीय खिलाड़ी इंग्लैंड में टीम का हिस्सा थे और अंततः नॉटिंघम में तीसरे टेस्ट मैच में डेब्यू किया। ऋषभ ने इस दौरे पर विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी दोनों में कई रिकॉर्ड बनाए।

5 मोहम्मद शमी

मोहम्मद शमी विदेशों में इस पूरे सीजन में भारत के लिए बेहतरीन रहे हैं। दूसरी पारी में शमी की गेंदबाजी कुछ ज्यादा खतरनाक रही है। पर्थ टेस्ट मैच की दूसरी पारी में उनकी गेंदबाजी बहुत शानदार थी। उन्होंने पारी में 6 विकेट चटकाए और ऑस्ट्रेलिया में 6/56 में अपना सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा दर्ज किया। शमी ने तीसरा सबसे अधिक विकेट लेने वाले के रूप में श्रृंखला समाप्त की। उन्होंने श्रृंखला में 26.18 की औसत से 16 विकेट चटकाए।

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