‘मैंने जानबूझकर सौरव गांगुली को किया था चोटिल’, शोएब अख्तर ने अब कबूली 1999 की बात
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के दिग्गज तेज गेंदबाज शोएब अख्तर दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज हैं। 14 साल के लंबे करियर में उन्होंने बड़े से बड़े खिलाड़ी को अपनी तेजतर्रार गेंदों से जमीन पर फिसलने पर मजबूर कर दिया। कभी उन्होंने जानबूझकर खिलाड़ियों को चोट पहुंचाई है तो कभी अनजाने में बल्लेबाजों को खराब शॉट खेलकर उनकी गेंद पर दर्द होता देखा गया है।
शोएब अख्तर के भारतीय खिलाड़ियों के साथ काफी अच्छे संबंध रहे हैं और संन्यास लेने के बाद भी शोएब अख्तर भारतीय खिलाड़ियों की तारीफ करते नजर आते हैं और उन्हें अपना अच्छा दोस्त भी कहते हैं। वह कई बार मैदान से जुड़ी ऐसी बातों का खुलासा कर चुके हैं, जिन्हें सुनकर हर कोई हैरान है। शोएब अख्तर ने एक बार फिर टीम इंडिया के पूर्व स्टार ओपनर वीरेंद्र सहवाग से बातचीत के दौरान एक और ऐसा सनसनीखेज खुलासा किया है जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
आपको बता दें कि अख्तर की तेज गेंदों का दर्द ब्रायन लारा और सौरव गांगुली जैसे महान बल्लेबाजों को झेलना पड़ा था। 2004 के चैंपियंस ट्रॉफी मैच के दौरान, अख्तर की गेंद से विंडीज के महान लारा के सिर पर चोट लगी थी और 1999 में मोहाली में एक वनडे मैच के दौरान शोएब अख्तर की शॉर्ट पिच बॉल से भारत के दिग्गज गांगुली पसली में लग गए थे। अब अख्तर ने एक बातचीत में खुलासा किया है। सहवाग ने कहा कि उन्हें भारत के खिलाफ मैच से पहले एक टीम मीटिंग में अपने सिर और पसलियों पर बल्लेबाजों को निशाना बनाने के लिए कहा गया था। उन बल्लेबाजों में सौरव गांगुली का नाम भी शामिल था।
अख्तर ने बताया, 'मैंने हमेशा बल्लेबाज के सिर और पसलियों को निशाना बनाने की कोशिश की। हमने गांगुली को उनकी पसलियों पर निशाना बनाने की योजना बनाई थी। दरअसल, हमारी बैठक में ही तय हो गया था कि मैं किस तरह से बल्लेबाजों को चोट पहुंचाने की कोशिश करूंगा.' मैंने पूछा, 'क्या मुझे उन्हें बाहर नहीं निकालना है?' तो उन्होंने कहा, 'नहीं। आपके पास बहुत गति है। तुम बस बल्लेबाजों को परेशान करने की कोशिश करो, हम उन्हें आउट करने का ध्यान रखेंगे।'
इस दौरान सहवाग ने कहा, 'मुझे यकीन है कि गांगुली इस कार्यक्रम को जरूर सुन रहे होंगे। अख्तर ने उनसे कहा कि उन्होंने बाद में गांगुली को भी यह बात बताई थी।' उन्होंने कहा, 'मैंने गांगुली से बाद में कहा कि हमारी योजना पसलियों में निशाना लगाने की थी, आपको आउट करने की नहीं।'