23 जुलाई 2021 से 8 अगस्त 2021 तक चलने वाले टोक्यो ओलंपिक में भारत में 1 गोल्ड मैडल, 2 सिल्वर मैडल और 4 ब्रॉन्ज मैडल जीते हैं। दरअसल दुनिया भर के बेहतरीन खिलाड़ी इस खेल का हिस्सा बने हैं और अपनी जीत तय करने की तमाम प्रयास करते हैं। परफॉर्मेंस के आधार पर प्लेयर्स को गोल्ड सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल मिलता है।

हमेशा बदला जाता है डिजाइन

टोक्यो खेल के लिए मेडल्स को जापानी डिजाइनर कावानिशी ने डिजाइन किया है। जिन्होंने ओलंपिक्स के अलावा पारालम्पिक्स के मेडल भी डिजाइन किए हुए हैं। इस बार के मेडल्स को जापान के लगभग 6.21 मिलियन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को इकट्ठा करके धातुओं को पुनर्निर्माण करके बनाया है।

कितने तोला होता है इसमें सोना?

ओलंपिक गेम्स में हर फाइनल मैच में विनर को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जाता है लेकिन इसमें सोना बेहद ही कम होता है। इसका वजन लगभग 556 ग्राम होता है जिसमें गोल्ड सिर्फ 6 ग्राम ही रहता है बाकी इसमें चांदी होती है। सिल्वर मेडल का वजन लगभग 550 ग्राम होता है जिसमें शुद्ध चांदी मौजूद रहती है। जबकि ब्रॉन्ज मैडल कॉपर और जिंक के मिक्सचर से बनता है, इसमें 95 प्रतिशत कॉपर और 5 फीसदी जिंक रहता है।

पदकों की कीमत

कुछ जानकारों का कहना है कि मार्केट वैल्यू के अनुसार गोल्ड मेडल की कीमत लगभग 59,319 रुपये होगी। वहीं, रजत और कांस्य मेडलों की कीमत क्रमशः $450 और $5 है।

खिलाड़ियों को मिलती हैं ये सुविधाएं

गौरतलब है कि ओलंपिक एसोसिएशन के द्वारा विनर खिलाड़ियों को मेडलो से ही सम्मानित किया जाता है. लेकिन, कई देश में सम्मान के रूप में खिलाड़ियों को अलग-अलग चीजें पुरस्कार के रूप में दी जाती है। भारत में जीतने वाले खिलाडियों को पुरस्कृत राशि के साथ सरकारी नौकरी भी मिलती है।

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