पैरालंपिक में भारत को कितने मैडल की उम्मीद है?
हाल ही में टोक्यो में ओलंपिक के खेल खत्म हुए हैं और इसी के साथ अब 24 अगस्त को पैरालंपिक खेलों की शुरुआत होने जा रही है। आपको बता दें कि पैरालंपिक खेल फिजिकली डिसएबल हुए लोगों के लिए आयोजित किया जाता है। किस तरह से पैरा ओलंपिक आयोजित होते हैं उसकी एक लंबा इतिहास है लेकिन गुडविन द्वारा ही इनकी शुरुआत की गई थी।
करीब 80 साल पहले पैरालंपिक की शुरुआत की गई थी और अब यह हर ओलंपिक का हिस्सा बन चुके हैं। ओलंपिक आयोजित होने के बाद पैरालंपिक की आयोजन उसी देश द्वारा उसी जगह पर उन्हें खेलों के लिए की जाती है। पैरालंपिक में भारत का एक अहम महत्व रहता है। आपको बता दें कि पैरालंपिक में पिछले ओलंपिक के दौरान भारत ने दो गोल्ड 2 सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था। और इस बार भारतीय टीम से 15 मेडल की उम्मीद की जा रही है।
वहीं इसके अलावा आपको बता दें कि भारत से करीब 56 लोगों का दल यानी 56 खिलाड़ी पैरालंपिक में भाग लेने जा रहे हैं जो अब तक का सबसे बड़ा दल माना जा रहा है और इस पैरालंपिक का सबसे बड़ा दल कहा जा रहा है।
अब आपको मिलाते हैं उन 5 लोगों से जिन्हें के ऊपर सबसे ज्यादा जोर दिया गया है और सबसे ज्यादा उम्मीद जताई जा रही है कि वह इस पैरालंपिक में मेडल हासिल कर सकते हैं।
देवेंद्र झाझड़िया : लिस्ट में सबसे पहला नाम. किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं देवेंद्र झाझड़िया. जैवलिन थ्रोअर हैं और भारत के लिए दो बार गोल्ड जीत चुके हैं. पहली बार एथेंस पैरालिंपिक में. और फिर रियो पैरालिंपिक में. F46 कैटेगरी में हिस्सा लेते हैं. 40 साल के इस खिलाड़ी में अब भी दमखम है. इसी साल जुलाई में देवन्द्र ने 65.71 मीटर भाला फेंक कर अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा था. और टोक्यो पैरालिंपिक के लिए क्वालीफाई किया था.
मरियप्पन थंगावेलु : रियो पैरालंपिक में इन्होंने मेडल हर्षित की किया था और इस बार भी इनसे ऊंची कूद में गोल्ड मेडल की उम्मीद अब भारत को लगी हुई है।
सुमित अंतिल : इस बार भारत ने ओलंपिक में जैवलिन थ्रो में अपना गोल्ड हासिल किया वहीं अब सुमित से भी पैरालंपिक में गोल्ड की उम्मीद की जा रही है। आपको बता दें कि सुमित भी जैवलिन थ्रो ही खेलते हैं।
प्रमोद भगत : उड़ीसा में रहने वाला यह बैडमिंटन खिलाड़ी भारतीय टीम का एक अहम हिस्सा है जिससे बैडमिंटन के अंदर गोल्ड मेडल की उम्मीद है पूरे भारत को लगी हुई है।
मनीष नरवाल : निशानेबाज विश्व रैंकिंग में चौथे नंबर पर काबिज है. 10 मीटर की एयर पिस्टल में मनीष हिस्सा लेते हैं. हरियाणा से तालुक्क रखते हैं. ये मनीष का पहला पैरालंपिक है.