भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज माना जाता है। वह सबसे तेज 70वें अंतरराष्ट्रीय शतक के मामले में सचिन से भी आगे हैं। क्रिकेट के मैदान में आने वाले नए युवा क्रिकेटर विराट कोहली की तरह क्रिकेट करियर बनाना चाहते हैं। कोहली जैसा बनने का सपना पूरा करता है। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज लक्ष्मीपति बालाजी ने इस मुद्दे पर अहम बयान दिया है।

उन्होंने कहा, "एक समय था जब 10 में से 9 युवा क्रिकेटर विराट कोहली की तरह बनना चाहते थे।" लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। अब 10 में से 9 युवा क्रिकेटर जसप्रीत बुमराह की तरह बनना चाहते हैं। वर्तमान में बालाजी महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व वाली टीम चेन्नई सुपर किंग्स के गेंदबाजी कोच हैं। भारतीय क्रिकेट टीम की गेंदबाजी लाइन में हाल के दिनों में सुधार हुआ है। 1980 के दशक में कपिल देव रोल मॉडल थे। इसके बाद मनोज प्रभाकर और श्रीनाथ आए। लेकिन तेज गेंदबाजों ने एक नई शुरुआत की है।

पिछले छह साल की गिनती करें तो कई खिलाड़ियों ने अच्छा डेब्यू किया है। तीनों फॉर्मेट में अच्छा मौका मिला। इससे यह कहा जा सकता है कि अगर आपने फर्स्ट क्वास क्रिकेट या आईपीएल में अपनी छाप छोड़ी है तो आपको नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। पाकिस्तान दौरे के दौरान अपनी गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी कर रहे बालाजी ने कहा, "गेंदबाजी लाइन-अप में यह एक अद्भुत परिवर्तन है।"



पहले युवा खिलाड़ी विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर या महेंद्र सिंह धोनी जैसा क्रिकेट करियर बनाना चाहते थे। लेकिन आजकल जसप्रीत बुमराह, शमी या जहीर खान की तरह बनना चाहता है। बुमराह की गति, शमीन की प्रतिभा और इशांत शर्मा जैसे अनुभव तेज गेंदबाजी के महत्व को बताते हैं। इन सभी तेज गेंदबाजों के इनोवेशन ने ही भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में 20 विकेट लेना संभव बनाया है। वहीं आईपीएल के बचे हुए मैच यूएई में 18 या 19 सितंबर को खेले जा सकते हैं। हालांकि, बीसीसीआई के सूत्रों ने कहा कि अभी भी कुछ चुनौतियां हैं।

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