सोशल मीडिया पर फिर छाई 'योगीराज' की धूम, यूपी हुआ दंगा मुक्त
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की एक बार फिर हर तरह से तारीफ हो रही है. दरअसल, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक यूपी दंगा मुक्त राज्य बन गया है. इस पर सोशल मीडिया यूजर्स ने सीएम योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की। जिसके बाद ट्विटर पर #Yogiraj_Ramrajya टॉप ट्रेंड करने लगा। आंकड़ों के मुताबिक यूपी में हत्या, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में भी कमी आई है. खास बात यह है कि कभी दंगों के लिए बदनाम यूपी में आज दूसरे राज्यों के मुकाबले सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं लगभग खत्म हो गई हैं।
Everyone is safe in #योगीराज_रामराज्य in "Uttar Pradesh". there is only unsafe mafia. pic.twitter.com/tTVCvh5z4L — SNEHA TIWARI (@iam_tiwari) August 30, 2022
राज्य के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने जानकारी दी है कि साल 2021 में यूपी में सांप्रदायिक हिंसा की सिर्फ एक घटना हुई, जबकि दूसरे राज्यों में सांप्रदायिक हिंसा का ग्राफ काफी ज्यादा था. अन्य राज्यों की बात करें तो झारखंड में सांप्रदायिक हिंसा की 77, बिहार में 51 और हरियाणा में 40 घटनाएं हुई हैं. देश में सबसे ज्यादा सांप्रदायिक हिंसा से महाराष्ट्र प्रभावित हुआ था। साल 2021 में सांप्रदायिक हिंसा के 378 मामले दर्ज हुए थे। उस समय महाराष्ट्र में शिवसेना-कांग्रेस और एनसीपी की गठबंधन सरकार थी।
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 में देश में आईपीसी के कुल 36 लाख 63 हजार 360 मामले दर्ज किए गए। जिसमें से यूपी में 3.57 लाख आईपीसी के मामले दर्ज हुए, जो प्रति एक लाख आबादी पर 154.5 फीसदी है और यूपी देश में 23वें स्थान पर है। राज्य में तेजाब हमले और अपहरण की कुल 22 घटनाएं दर्ज की गईं। इन दोनों अपराधों में राज्य 36वें स्थान पर है। वहीं यूपी में भी हत्या के मामलों में लगातार कमी आई है. एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि कानून व्यवस्था के मुद्दे पर की जा रही सख्त कार्रवाई के परिणामस्वरूप राज्य में हत्या के मामलों में लगातार कमी आ रही है.
हत्या के राज्य में कुल 3717 अपराध किए गए, अपराध दर 1.6 और यूपी 24वें स्थान पर रहा। पुलिस की गश्त और सक्रिय पीआरवी के कारण चोरी की घटनाएं बहुत कम हुई और राज्य 33वें स्थान पर रहा। वहीं डकैती की दर 0.1 फीसदी और राज्य 29वें नंबर पर था. जबकि लूट की घटनाओं में यह 25वें स्थान पर है. इतना ही नहीं राज्य पुलिस ने विभिन्न मामलों में माफिया और गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 129.4 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की है.
वहीं इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक बार फिर योगी सरकार की जमकर तारीफ हुई. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी ताजा रिपोर्ट में सोशल मीडिया यूजर्स ने उत्तर प्रदेश को दंगा मुक्त बताने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की।