दोस्तों, आपको बता दें कि देश की आजादी से पहले भारतीय वायुसेना का नाम रॉयल इंडियन एयरफोर्स था। लेकिन 1950 के बाद से इसे इंडियन एयरफोर्स कहा जाने लगा। आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि भारतीय वायुसेना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना है। आइए जानें, इंडियन एयरफोर्स की ताकत के बारे में।

दोस्तों, जब से भारत और फ्रांस के बीच 36 राफेल लड़ाकू विमानों का सौदा हुआ है, तब से इंडियन एयरफोर्स की रक्षा ताकत पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हो चुकी है। समझौते के मुताबिक, कुल 66 महीने के भीतर राफेल के सभी 36 विमान भारत को मिल जाएंगे। 3700 किमी अधिकतम स्पीड के साथ लड़ाकू विमान राफेल 24,500 किलो वजन उठाकर ले जाने में सक्षम है। यह लड़ाकू विमान दुश्मन के राडार की पकड़ में नहीं आता है। मिसाइलों से युक्त यह लड़ाकू विमान अपने लक्ष्य को आसानी से निशाना बना सकता है।

जहां तक इंडियन एयरफोर्स के ताकत की बात है, इसके पास कुल 2185 एयरक्राफ्ट, 720 हेलीकॉप्टर मौजूद हैं। 720 हेलीकॉप्टर्स में से करीब 15 लड़ाकू हेलीकॉप्टर हैं। भारत के लड़ाकू विमानों में सुखोई, मिराज, मिग-29, मिग-27, मिग-21 बिसन, जगुआर तथा राफेल जैसे नाम शामिल हैं।

बता दें कि अमेरिका, रूस और चीन के बाद केवल भारत के पास ही इतनी बड़ी वायुसेना मौजूद है। इंडियन एयरफोर्स के पास कुल 16 एयरबेस स्टेशन मौजूद हैं, जहां तक कार्गो एयरक्राफ्ट की बात करें तो उसके बेड़े में सी-130जे, आईएल-76, सी-17 तथा एएन-32 जैसे नाम शामिल है।

हेलीकॉप्टर्स की बात करें तो एमआई-25, एमआई-26, एमआई-35, एमआई-17वी5, चेतक और चीता जैसे नाम शामिल है। इसके अलावा अब इंडियन एयरफोर्स में चिनूक और अपाचे हेलीकॉप्टर्स को शामिल करने की बात जारी है।

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