जब मोदी को सामने देख घबरा गये थे पाक पीएम इमरान खान, जानिए पूरा किस्सा
पीएम मोदी अपने आप में एक ऐसी शख्सियत हैं जिनसे बातचीत करने से पहले या मिलने से पहले हर कोई थोड़ी घबराहट महसूस जरूर करेगा। मोदी ने कई बार विदेशी दौरे किए हैं और अन्य देशों के प्रेसिडेंट्स से मिले हैं। पीएम मोदी ने भारत देश का नाम पूरे विश्व भर में रोशन किया है और अपनी अमिट छाप भी दूसरों पर छोड़ी है।
बात करें भारत के पड़ौसी देश पाकिस्तान की तो भारत के संबंध कभी अच्छे नहीं रहते हैं। आज हम आपको पाक पीएम इमरान खान और पीएम मोदी से जुड़े एक किस्से के बारे में बताने जा रहे हैं। जब श्री नरेंद्र मोदी से इमरान खान का आमना सामना हुआ था तो वह बुरी तरह घबरा गये थे।
यह वाकया 2006 में यहां एक सम्मेलन के दौरान हुआ था। उस समय नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे। इस किस्से का खुलासा इमरान पर लिखी गयी पुस्तक ‘इमरान वर्सेज़ इमरान-द अनटोल्ड स्टोरी’ में किया गया है।
इमरान और श्री मोदी को इस सम्मेलन में वक्ता के तौर पर आमंत्रित किया गया था। लेकिन इमरान को इस बारे में जानकारी नहीं थी कि मोदी भी इसमें शामिल होने वाले हैं। वह अपनी सीट पर बैठे ही थे कि उन्होंने देखा कि सामने से श्री मोदी उनकी ओर चले आ रहे हैं। मोदी उनके सामने आकर खड़े हो गए जिसे देख कर इमरान सन्न रह गये। उन्होंने नज़रें बचाने की कोशिश की लेकिन श्री मोदी ने उनसे गर्मजोशी के साथ हाथ मिलाया।
मोदी ने इमरान के साथ बातचीत में उनके क्रिकेट कौशल की जमकर सराहना की। उन्होंने इमरान खान द्वारा बनाए गए कई रिकार्ड्स और मैचेज के बारे में बातचीत की। इमरान भी इस बात से हैरान थे कि श्री मोदी के पास क्रिकेट और उनके खेल को लेकर कितनी जानकारी है। मोदी ने उनकी बल्लेबाजी की भी काफी तारीफ़ की।
वे बस उस समय चुपचाप खड़े सुनते रहे और जैसे तैसे उन्होंने अपनी सराहना के लिए श्री मोदी का धन्यवाद किया। इमरान खान की जान उस समय मुँह में आ गई जब उन्होंने देखा कि फोटोग्राफर इस मुलाकात को कैमरे में कैद करने के लिये लपके चले आ रहे हैं।
किताब के अनुसार मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री रहते 2002 में वहां हुए दंगों के कारण पाकिस्तान में उनकी छवि काफी खराब बनी हुई थी। इस समय इमरान खान के मन में ये बात थी कि अगर ये तस्वीर पाकिस्तान के किसी अख़बार के मुख्य पेज पर छप गई तो पकिस्तान में उनकी राजनैतिक छवि खराब हो सकती थी।
हालाकिं इमरान को उस वक्त बड़ी राहत मिली जब उन्होंने पाया कि पाकिस्तानी प्रेस में इस मुलाकात को लेकर कुछ भी नहीं छपा है।