आपको बता दें कि शताब्दी, राजधानी और दुरंतो एक्सप्रेस जैसी रेलगाड़ियों में खाना लेने अथवा नहीं लेने का विकल्प रहता है। लेकिन अब भारत की सबसे तेज रफ्तार ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस में खाना लेना अनिवार्य होगा। यह ट्रेन नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ट्रेन को 15 फरवरी को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह ट्रेन 755 किलोमीटर की यात्रा में दो स्टेशनों कानपुर और प्रयागराज में रुकेगी। आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि वर्तमान में जो भी सबसे तेज चलने वाली ट्रेनें हैं, उनसे नई दिल्ली से वाराणसी पहुंचने में साढ़े ग्यारह घंटे लगते हैं, जबकि वंदे भारत एक्सप्रेस सिर्फ 8 घंटे में यह दूरी तय करेगी।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, केवल प्रयागराज से बनारस के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को टिकट बुक कराते समय खाना लेने अथवा नहीं लेने की सुविधा होगी। संयोगवश ​यदि आप टिकट बुक कराते समय खाने का विकल्प नहीं चुनते हैं, तब ट्रेन में खाना लेने पर 50 रुपए अतिरिक्त चुकाने होंगे। रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक, स्टेशनों के बीच कैटरिंग शुल्क सुनिश्चित कर दिया गया है और वह सभी यात्रियों के टिकट शुल्क में जोड़ा जाएगा।

वंदे भारत एक्सप्रेस में खाने का खर्च

नई दिल्ली से वाराणसी के बीच एक्जीक्यूटिव क्लास में— सुबह की चाय, नाश्ते और लंच के लिए 399 रुपए।
नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चेयरकार क्लास में—सुबह की चाय, नाश्ते और लंच के लिए 344 रुपए।
नई दिल्ली से कानपुर और प्रयागराज के बीच एक्जीक्यूटिव क्लास में 155 रुपए।

नई दिल्ली से कानपुर और प्रयागराज के बीच चेयर कार में 122 रुपए।
वाराणसी से नई दिल्ली के लिए एक्जीक्यूटिव क्लास में 349 रुपए।
वाराणसी से नई दिल्ली के लिए चेयरकार में 288 रुपए। इन सभी यात्रियों को शाम में चाय, स्नैक्स और रात का खाना दिया जाएगा।

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