भारत में कोरोना वायरस वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत 16 जनवरी 2021 को हुई। देश में अभीतक 23 लाख 55 हजार से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दे दी गई है। भारत ने केवल यहाँ ही वेक्सीन की शुरुआत नहीं की बल्कि कई पड़ोसी देशों को भी वेक्सीन भेजी है।

वैश्विक टीकाकरण अभियान में भारत की प्रमुख भूमिका निभाने का आह्वान करते हुए, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गुरुवार को भारत की वैक्सीन उत्पादन क्षमता को "सर्वश्रेष्ठ" कहा।

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, " भारत में विकसित टीकों के उत्पादन का बहुत उच्च स्तर है। हम इसके लिए भारतीय संस्थानों के संपर्क में हैं। हम दृढ़ता से आशा करते हैं कि भारत के पास सभी उपकरण होंगे। यह सुनिश्चित करने में एक प्रमुख भूमिका निभाने के लिए आवश्यक है कि एक वैश्विक टीकाकरण अभियान संभव है। ”

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि भारत की उत्पादन क्षमता दुनिया में सबसे अच्छी है। मुझे उम्मीद है कि दुनिया समझती है कि इसका पूरी तरह से इस्तेमाल किया जाना चाहिए।"

भारत ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक के दो वैक्सीन को मंजूरी दी है। दोनों ही कंपनियां बड़े पैमाने पर कोरोना वैक्सीन का उत्पदान कर रही है। भारत ने अभी तक कई देशों को वैक्सीन भेजा है।

भारत ने अभी तक कई देशों को वैक्सीन भेजा है। भारत ने अभी तक मालदीव, बांग्लादेश, भूटान,नेपाल, म्यामांर, मॉरीशस, श्रीलंका, ब्राजील, सेशल्स और अफगानिस्तान को कोरोना वैक्सीन की मदद भेजी है। जिसको देखते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने उम्मीद जताई है कि भारत कोरोना ग्लोबल वैक्सीनेश अभियान को पूरा करने में मदद करेगा।

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