कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग के बीच महाराष्ट्र में सियासी पारा भी चढ़ता जा रहा है,महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की कुर्सी खतरे में आ गई है। ठाकरे बिना विधायक बने मुख्यमंत्री बने थे। 27 मई को उन्हें सीएम बने 6 महीने पूरे हो जाएंगे।पद पर बने रहने के लिए उन्हें 6 महीने विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य बनना था। वो अब तक विधानसभा और विधान परिषद के सदस्य नहीं बन पाए हैं।

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कोरोना वायरस की वजह से चुनाव टल गए। राज्यपाल ठाकरे को अपने कोटे की सीट से मनोनीत करने पर कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। अपनी कुर्सी बचाने के लिए ठाकरे के पास एक महीना बचा है। उद्धव ठाकरे ने विधान परिषद का सदस्य मनोनीत होने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से मदद मांगी है।

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संविधान के मुताबिक, पद पर बने रहने के लिए उन्हें 6 महीने में विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य होना जरूरी है। 9 और 28 अप्रैल को इस बारे में राज्यपाल को प्रस्ताव भेजे गए। उद्धव ठाकरे ने पीएम को फोन करके सहायता मांगी। इस पर पीएम मोदी ने उन्हें मुद्दे पर विचार का भरोसा दिलाया।

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