पाकिस्तान के विरूद्ध युद्ध में इजराइल की इस ताकतवर महिला ने की थी भारत की मदद
इजराइल की आयरन लेडी गोल्डा मेयर 70 के दशक में भी स्कर्ट और कोट पहनती थी। लेडी गोल्डा मेयर काले जूते पहनती थीं, वो जहां भी जाती थीं, उनके हाथ में उनका पुराना हैंड बैग होता था। वह लेडीज़ घड़ी न पहन कर पुरुषों की घड़ी पहनती थीं। इजराइल के पहले प्रधानमंत्री डेविड बेन गुरियों ने कहा था कि गोल्डा मेरे मंत्रिमंडल की अकेली पुरुष थीं।
गोल्डा मेयर 1971 में इजराइल की प्रधानमंत्री बनी। उन दिनों बतौर प्रधानमंत्री वह पहली बार अमरीका गईं, जहां राष्ट्रपति निक्सन उनके बातचीत करने के अंदाज़ से बहुत प्रभावित हुए थे। आत्मकथा आर एन : द मेमोरीज़ ऑफ़ रिचर्ड निक्सन में वर्णित है कि निक्सन और गोल्डा ओवल ऑफ़िस की कुर्सियों पर बैठे हुए थे। गोल्डा मुस्करा रही थीं और दोस्ती भरी बातें कर रही थीं। फ़ोटोग्राफ़र्स तस्वीरें खींचकर जब कमरे से विदा हुए तब उन्होंने अपने बांए पैर के ऊपर अपना दाहिना पैर रखा, अपनी सिगरेट सुलगाई और बोलीं, मिस्टर प्रेसिडेंट, अब बताइए आप उन विमानों के बारे में क्या कर रहे हैं, जिनकी हमें बहुत सख़्त ज़रूरत है। निक्सन ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि गोल्डा मेयर का व्यवहार एक पुरुष की तरह होता था।
यह बात बहुत कम लोग जानते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच हुए 1971 के युद्ध में गोल्डा मेयर ने गुप्त रूप से भारत को सैनिक सहायता पहुंचाई थी। जबकि उन दिनों इजराइल और भारत के बीच कोई राजनयिक संबंध भी नहीं थे। जब कि इजराइल का मित्र अमेरिका उन दिनों पाकिस्तान का साथ दे रहा था।
अमरीकी पत्रकार गैरी जे बास के मुताबिक, इसराइल की प्रधानमंत्री गोल्डा मेयर ने गुप्त रूप से इजराइली शस्त्र विक्रेता श्लोमो ज़बलुदोविक्ज़ के ज़रिए भारत को कुछ 'मोर्टार्स 'और हथियार भिजवाए। इतना ही नहीं उन हथियारों के साथ कुछ इजराइली प्रशिक्षक भी भारत आए। इंदिरा गांधी के प्रधान सचिव पी एन हक्सर को गोल्डा मेयर ने आश्वस्त किया था कि हम आपकी मदद करना जारी रखेंगे।