सपा-बसपा गठबंधन पर भारी पड़ेंगे पीएम मोदी के यह तीन फॉर्मूले?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीगढ़ रैली मेें अपने तरकश से तीन तीर छोड़े जिनके सहारे वो यूपी मेें बीजेपी का विजय रथ रोकने आए सपा, बसपा और राष्ट्रीय लोकदल को मात देना चाहते हैं।
अलीगढ़ रैली में पीएम मोदी का पहला बयान- ये बाबा साहब की कृपा है कि एक चायवाला देश का प्रधानमंत्री है।
पीएम मोदी का दूसरा बयान- जब पश्चिमी यूपी जल रहा था। मासूम लोग मारे जा रहे थे तब उन पीड़ितों की आवाज़ को अनसुना करने वाला कौन था?
पीएम मोदी का दूसरा बयान- मोदी का मिशन आतंकवाद को हटाना है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम उत्तर प्रदेश में अपना सियासी हक साधने के लिए ये तीन फॉर्मूले आजमा रहे हैं। डॉक्टर आंबेडकर, हिंदुओं की सुरक्षा और राष्ट्रवाद।
बता दें कि पश्चिमी यूपी की 8 सीटों पर 18 अप्रैल को चुनाव होना है, जिनमें चार सीटें सुरक्षित क्षेत्र की हैं। पश्चिमी यूपी की कई सीटों पर दलित वोटर्स निर्णायक स्थिति में हैं।
राष्ट्रवाद और सेना का सम्मान
लोकसभा चुनाव 2014 में हिंदुत्व का मुद्दा ही पश्चिमी यूपी के जाटों को बीजेपी के पक्ष में लाने में कामयाब रहा था। राष्ट्रवाद और सेना के सम्मान का मुद्दा भी 'जाटलैंड' कहे जाने वाले इस इलाके में प्रभावी माना जाता है। रविवार को अलीगढ़ की रैली में पीएम मोदी ने 25 मिनट के अपने भाषण में डॉक्टर अंबेडकर, 2013 में मुजफ्फरनगर में हुए दंगे और पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मारने का संकल्प दिलाने की बात करते रहे। पीएम मोदी ने जय भीम के नारे के साथ भाषण की शुरूआत की और जय भीम के साथ भाषण खत्म भी किया। रैली मैच के बैकड्रॉप में सबसे बड़ी तस्वीर नरेंद्र मोदी की थी और उसके बाद डॉक्टर आंबेडकर की।
पीएम मोदी की हुंकार
पीएम मोदी ने यह दावा किया कि यूपी के लोग 2014 और 2017 में सपा—बसपा का यह बता चुके हैं कि जाति की स्वार्थ भरी राजनीति लोगों को नहीं चाहिए। चूंकि सपा-बसपा और रालोद के गठबंधन के चलते उत्तर प्रदेश में हुए लोकसभा के तीन उपचुनावों में गठबंधन बीजेपी पर भारी रहा है। अलीगढ़ से लगी मांट विधानसभा सीट से लगातार आठ के विजेता बसपा नेता श्याम सुंदर शर्मा बीजेपी के गठबंधन पर भारी पड़ने के दावे को एक सिरे से ख़ारिज करते हैं। श्याम सुंदर शर्मा कहते हैं कि सामने चाहे जो दिख रहा हो पर्दे के पीछे सिर्फ़ गठबंधन ही है। इस बारे में बीजेपी के स्थानीय नेता इस बात का दावा करते हैं कि मतदाता उम्मीदवार नहीं पीएम मोदी के नाम पर वोट देते हैं।
मोदी की आक्रामकता
मोदी ने अलीगढ़ रैली में अपने आक्रामक अंदाज में लोगों से पूछा कि पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मारना चाहिए कि नहीं मारना चाहिये? हमारे वीर जवानों को खुली छूट मिलनी चाहिए कि नहीं ?आपके चौकीदार ने ठीक किया? रैली में आए समर्थक पूरे उत्साह के साथ इन सवालों का जवाब दे रहे हैं।