इंटरनेट डेस्क। भारतीय सैनिक अपनी जिंदगी के हर मोर्चे पर हारना नहीं जानते हैं, चाहे खेल का मैदान हो या फिर युद्ध का मोर्चा। इन दोनों ही जगहों पर ये भारतीय सैनिक अपना खून पसीना एक कर देते हैं। भारतीय सैनिकों ने अपनी जान की बाजी लगाकर ना केवल युद्ध की दुनिया में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज कराया, बल्कि खेल की दुनिया में भी अपने आगे किसी को टिकने नहीं दिया। आज हम आपको भारतीय सेना के कुछ ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने खेल की दुनिया में भारत का नाम रोशन किया।

मेजर ध्यानचंद

भारतीय सेना में नौकरी करने वाले मेजर ध्यान चंद को हॉकी का जादूगर कहा जाता था। इनकी अगुवाई में भारतीय हॉकी टीम ने 1928, 1932 और 1936 में आयोजित ओलंपिक में गोल्ड मैडल जीता। करीब 400 से ज्यादा गोल दागने वाले ध्यानचंद के जन्म दिवस पर 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है।

मिल्खा सिंह

भारतीय सेना में मिल्खा सिंह को यूं ही फ्लाइंग सिख नहीं कहा जाता है। सेना में भर्ती होने के बाद मिल्खा सिंह देश ही नहीं बल्कि दुनिया के उम्दा धावक बने। मिल्खा सिंह ने कॉमनवेल्थ तथा एशियन गेम्स कई पदक जीतकर भारतीय सेना का नाम पूरी दुनिया में रोशन कर दिया।

राज्यवर्धन सिंह राठौड़

भारतीय सेना में कर्नल पद से रिटायर्ड हो चुके राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। ओलंपिक 2004 में सिल्वर मैडल के अलावा कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मैडल लाने वाले राज्यवर्धन सिंह राठौड़ वर्तमान में देश के केंद्रीय खेल मंत्री हैं।

विजय कुमार

भारतीय सेना में बतौर सूबेदार मेजर विजय कुमार डोगरा रेजिमेंट की 16वीं बटालियन में तैनात हैं। निशानेबाजी में विजय कुमार साल 2012 के ओलंपिक में सिल्वर मैडल हासिल कर चुके हैं। अपनी इस सफलता का सारा श्रेय वह इंडियन आर्मी को देते हैं।

जीतू राय

भारतीय सेना के 11 गोरखा रेजिमेंट में बतौर नायब सूबेदार जीतू राय विश्वस्तरीय खेलों में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज करा चुके हैं। साल 2014 में जीतू राय ने 10 मीटर की एयर पिस्टल प्रतिस्पर्धा में प्रथम स्थान प्राप्त किया था।

Related News