ये हैं दुनिया की सबसे बड़ी स्वैच्छिक सेना, जिसमें अपनी मर्जी से शामिल होते हैं लोग
दुनिया की सबसे बड़ी स्वैच्छिक सेना भारतीय सेना है। यह एक ऐसी सेना हैं, जिसमें नागरिक अपनी मर्जी से सेना में भर्ती होते हैं। दुनिया के सबसे बड़े युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर जिस पर भारत का नियंत्रण है। यहां अमेरिका, ब्रिटेन और रूस की विशेष ऑपरेशन टीमें प्रशिक्षण लेने आती रहती हैं। बता दे जब अमेरिका को अफगानिस्तान पर हमले के लिए स्पेशल फ़ोर्स की तैनाती करनी थी तो उनको ट्रेनिंग इसी HAWS में दिलाई गई थी।
हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल (HAWS) दुनिया के सर्वोत्कृष्ट सैन्य प्रशिक्षण केंद्रों में से एक है। भारतीय सेना का यह स्कूल जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में स्थित है। वर्ष 1971 में भारत-पाकिस्तान के बीच लोंगेवाला जंग इसी जगह पर लड़ी गई थी। लड़ाई में भारतीय सेना M-40 राइफल और एक जीप के साथ महज 120 सैनिक के साथ मैदान में थी। वही दूसरी ओर पाकिस्तान के पास दो हजार सैनिक, 45 टैंक और एक मोबाइल इंफैंट्री ब्रिगेड थी।
लोंगेवाला की इस लड़ाई में केवल दो भारतीय जवान हताहत हुए थे। हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल एशिया में अपनी तरह की सबसे बड़ी एकेडमी है। यह एकेडेमी केरल में हैं, जिसे 12 साल में तैयार किया गया था। आपकी जानकारी के लिए बता दे इस अकेडमी को बनाने में 721 करोड़ रुपये की लागत आई थी।