इंडियन आर्मी चीफ बिपिन रावत से जुड़ी यह 5 खास बातें, जो हर कोई नहीं जानता
इंडियन आर्मी चीफ बिपिन रावत को युद्ध प्रबंधन में बेहद निपुण माना जाता है। इनके पिता भी सेना में अधिकारी थे, लेकिन उनका यह पुत्र आज सेना प्रमुख है। बेहद शांत स्वभाव व अनुशासन प्रिय बिपिन रावत के बारे में आज हम आपको ऐसी 5 खास बातें बताने जा रहे हैं, जो हर कोई नहीं जानता है।
1- उत्तराखंड निवासी
उत्तराखंड के पौड़ी जिले के गांव सैणा निवासी बिपिन रावत की पारिवारिक पृष्ठभूमि सेना से जुड़ी रही है। इनके पिता सेना में अधिकारी तथा मां एक प्रतिष्ठित वकील परिवार से थीं। उन्होंने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा शिमला के एडवर्ड स्कूल से पूरी की है।
2- बिपिन रावत की उच्च शिक्षा
आर्मी चीफ बिपिन रावत ने यूपी के चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र विषय में पीएचडी तथा इंदौर से डिफेंस एवं मैनेजमेंट स्टडीज में एम. फिल किया है। जबकि मद्रास यूनिवर्सिटी से स्ट्रटिजिक एंड डिफेंस स्टडीज में भी एम. फिल कर चुके हैं।
3- गोरखा बटालियन से सेना में की एंट्री
बिपिन रावत भारतीय सैन्य अकादमी के बेस्ट कैडेट रहे हैं। उन्होंने भारतीय सेना में अपने करियर की शुरूआत 1978 में गोरखा राइफल की 5वीं बटालियन से शुरू की थी।
4- मिल चुके हैं कई प्रतिष्ठित अवार्ड
बिपिन रावत अपनी नौकरी के दौरान कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजे जा चुके हैं। इनमें अति विशिष्ट सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल तथा सेना मेडल जैसे कई अन्य अवार्ड शामिल हैं।
5- कई मिशन को अंजाम तक पहुंचा चुके हैं बिपिन रावत
आर्मी चीफ का पदभार संभालने से पहले जनरल बिपिन रावत दक्षिणी कमान के कमांडर और सह सेनाध्यक्ष पद को भी सुशोभित कर चुके हैं। कांगो में मल्टी नेशनल ब्रिगेड की कमान संभालने के अलावा यूएन मिशन में सेक्रेटरी जनरल औऱ फोर्स कमांडर जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी अपनी जिम्मेदारी साबित कर चुके हैं।