पॉलिटिकल डेस्क। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को लेकर बड़ा बयान दिया हैं। उन्होंने महात्मा गाँधी को 'चतुर बनिया' कहकर संबोधित किया, जिसके बाद मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने उनकी निन्दा की है। दरअसल शाह शुक्रवार शाम रायपुर के मेडिकल कालेज आडिटोरियम में प्रबुद्धजनों के सम्मेलन में बोल रहे थे उसी वक्त उन्होंने राष्ट्रपिता को लेकर यह टिप्पणी की।

उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस की स्थापना हुई तब उसमें सभी विचारधाराओं को मानने वाले लोग शामिल थे। जिसमें मौलाना साहब , मदनमोहन मालवीय समेत अन्य कई लोग थे। ये सभी देश की आजादी के लिए साथ हुए थे। शाह ने आगे कहा कि, कांग्रेस की स्थापना किसी विचारधारा के साथ नहीं हुई थी, बल्कि वे सभी देश की आजादी के लिए साथ हुए थे। उन्होंने कहा कि, महात्मा गाँधी चतुर बनिया थे और दूरदर्शी भी थे।

महात्मा गांधी को दूरदर्शी कहने के पीछे शाह ने कहा कि, उन्हें मालूम था कि आगे क्या होने वाला है। शाह के मुताबिक आजादी के बाद गांधीजी ने तुरंत कहा था कि कांग्रेस को भंग कर देना चाहिए। लेकिन यह काम महात्मा गांधी ने नहीं किया। काफी समय बाद अब कुछ लोग कांग्रेस को भंग का काम कर रहे हैं। शाह ने कहा कि महात्मा गांधी के ऐसा कहने के पीछे वजह ये थी कि, कांग्रेस की स्थापना विचारधारा के आधार पर नहीं हुई थी।

भाजपा अध्यक्ष शाह के इस बयान के बाद कांग्रेस ने विरोध किया है। कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि महात्मा गांधी ने देश के लिए सर्वस्व न्यौछावर किया लेकिन उन्हें चतुर बनिया कहना राष्ट्रपिता का अपमान ही नहीं बल्कि वणिक समुदाय का भी सरसर अपमान है। उन्होंने इस बयान को राजनीति की स्थापित मयार्दाओं के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि शाह के बयान के विरोध में कांग्रेस उनका पुतला दहन करेगी।

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