भारत को सोने की चिड़िया कहे जाने के पीछे की असली वजह हैं इस मुग़ल राजा का सिंहासन
भारतीय इतिहास के पन्नों को पलट कर देखा जाए तो उसमें एक ऐसे दौर का जिक्र भी मिलता है। आपने कहीं ना कहीं यह तो जरूर पढ़ा होगा की प्राचीन काल में भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था लेकिन कभी आपने सोच है ऐसा क्यों कहा जाता है तो चलिए आज जानते है इसके पीछे की वजह,
भारत को सोने की चिड़िया कहे जाने के पीछे मयूर सिंहासन नाम के राज तख्त का बहुत बड़ा हाथ हैं। इतिहासकार बताते हैं कि मयूर सिंहासन का निर्माण शाहजहां द्वारा 17वीं शताब्दी में शुरू किया गया था। मुग़ल सम्राट शाहजहाँ बड़े अरमानो से मयूर सिंहासन पर बैठा था। मयूर सिंहासन इतिहास की उन कीमती वस्तुओं में से है जिसके बारे में किम्वदंतियां फ़ैली हुई थीं कि ऐसा सिंहासन फिर दूसरा इस संसार में नहीं बना।
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मयूर सिंहासन को बनाने के लिए करीब एक हजार किलो सोने और बेश कीमती पत्थरों का प्रयोग किया गया था। मयूर सिंहासन की कीमत उसमें लगे कोहिनूर हीरे के कारण बहुत बढ़ गयी थी। कहा जाता है कि इस कीमती मयूर सिंहासन की वजह से भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता है।
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